पोषक तत्वों और एंटीऑक्सिडेंट से भरा मुरब्बा स्वास्थ्य की कई दिक्कतों को दूर करता है और इम्युनिटी को बढ़ाने वाला होता है। आपको जान कर आश्चर्य होगा कि मुरब्बा न केवल स्वाद में बेहतरीन होता है बल्कि ये सेहत के लिए भी किसी दवा से कम नहीं। ये शरीर को एनर्जी देने वाला होता है और साथ ही ये सदियों से यूनानी और आयुर्वेदिक चिकित्सा का अहम हिस्सा भी रहा है।
मुरब्बे का नाम आते ही आपके मन में आंवले का मुरब्बा ही ध्यान में आता होगा, लेकिन आपको बता दें कि मुरब्बा एक नहीं बल्कि कई चीजों से बनता है और इन सभी मुरब्बे में आयुर्वेदिक गुण छुपे हुए हैं। इसकी तासीर ठंडी होती है और ये कई तरह की बीमारियों में बहुत कारगर होता है।
जानें, विभिन्न तरह के मुस्ब्बों का स्वास्थ्य लाभ
आंवले का मुरब्बा
आंवले का मुराब्बा विटामिन सी, अमीनो एसिड, लिपिड और कॉपर और जिंक जैसे मिनरल्स से भरा होता है। ये सारी ही चीजें हमारे शरीर की रोज की जरूरत होती है और इसे खाने वाले का न केवल इम्युन सिस्टम मजबूत होता है बल्कि ये पाचन तंत्र को भी मजबूत बनाता है। संक्रमण को दूर करने वाला और फेफड़ों को मजबूती प्रदान करता है। ये कई तरह की एलर्जी और इंफेक्शनस से भी बचाता है। इसमें मौजूद विटामिन सी शरीर में कैल्शियम और आयरन के अवशोषण को बढ़ाता है हड्डियां, दांत, नाखून और बाल भी बहुत मजबूत होते हैं। यदि आप इसे रोज खाएं तो ये कोलेजन फाइबर के गठन में मदद करता है, जिससे ज्वाइंट पेन में आराम मिलता है। यही नहीं ये एसिडीटी का रामबाण इलाज है। ये याददाश्त और हीमोग्लोबिन भी बढ़ाता है। कफ और पित्त नाशक होने के साथ एंटीएजिंग भी है।
गाजर का मुरब्बा
एंटीऑक्सिडेंट से भरा गाजर का मुरब्बा खून की कमी दूर करता है। आंखों की रोशनी बढ़ाने के साथ ये पेट की जलन को दूर करता है। हाई बीपी के साथ ये कैंसर जैसे रोंगों के जोखिम को भी दूर करने वाला होता है। इम्युनिटी बढ़ाने के साथ ये शरीर को एनर्जी और अंदर से मजबूती प्रदान करता है। बीटा कैरोटीन और विटामिन ए जैसे पोषक तत्व रतौंधी को भी दूर करते हैं। साथ ही यूवी किरणों से स्किन को बचाते हैं। रोज एक मुरब्बा जरूर खाएं।
कच्चे आम या केरी का मुरब्बा
आम का मुरब्बा शरीर में इम्युन को मजबूत करने का गुण होता है। फिनोलिक नामक एंटीऑक्सिडेंट से भरा हुआ आम का मुरब्बा एसिडीटी और पाचन संबंधी रोगों की रामबाण दवा है। रोज खाली पेट इसे खाना कई और तरह के रोगों को दूर करता है। विटामिन ए, बीटा कैरोटीन, विटामिन ई और सेलेनियम दिल के लिए भी फायदेमंद हैं। वहीं ये हीमोग्लोबिन बढ़ाने वाला होता है। जिन लोगों का वेट कम हैं उन्हें इस मुरब्बे को जरूर खाना चाहिए क्योंकि ये कैलोरी और कार्बोहाइड्रेट रिच है। ये एनर्जी बूस्टर की तरह काम करता है।
हरड़ का मुरब्बा
हरड़ का मुरब्बा शरीर के अंदरुनी कष्टों को दूर करने वाला होता है। किसी भी तरह की अंदरुनी चोट या घाव में इसे खाना बेहद फायदेमंद होता है। ये सूजन को कम करने वाला होता है। जिन्हें भूख न लगने की बीमारी हो या पेट में कीड़े हों अथवा पांचन से जुड़ी समस्या हो उन्हें हरड़ का मुरब्बा जरूर खाना चाहिए। हरड़ का मुरब्बा जठरांत्र रोगों, ट्यूमर, बवासीर, मूत्र विकारों और मूत्राशय की पथरी, गठिया आदि में बहुत फायदेमंद है।
बेल का मुरब्बा
टेनिन और रेचक गुणों से भरा बेल का मुरब्बा पेचिश, हैजा, डायरिया जैसी बीमारियों में ही नहीं पाचन संबधी बीमारी के साथ एसिडीटी को दूर करने वाला होता है। ये इम्युन को मजबूत बढ़ाने के साथ गर्मी से जुड़ी बीमारियों को भी दूर करता है।
सेब का मुरब्बा
सेब से भी ज्यादा उसका मुरब्बा सेहत से भरा होता है। दिल से जुड़ी बीमारियों से लेकर मानिसक तनाव, डिप्रेशन, स्ट्रेस, सिरदर्द, चिड़चिड़ापन, अनिद्रा और भूलने की बीमारी को दूर करने वाला होता है। ये स्कर्वी रोग को दूर करने के साथ एंटी एजिंग, कमजोरी दूर करने और असमय बाल सफेद होने को दूर करता है। एनिमिया रोग में इसे जरूर खाना चाहिए।
मुरब्बे के फायदे बहुत हैं लेकिन इसे सर्दी-जुकाम और बुखार में खाने से जरूर बचना चाहिए। साथ ही डायबिटीज में इसे न खाएं।
डिस्क्लेमर: प्रस्तुत लेख में सुझाए गए टिप्स और सलाह केवल आम जानकारी के लिए हैं और इसे पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जा सकता।