नई दिल्ली : देश में कोरोना वायरस संक्रमण के बढ़ते मामलों के बीच बड़ी संख्या में लोग इससे उबर भी रहे हैं। अब तक 37 लाख से अधिक लोग इस घातक संक्रमण से उबर चुके हैं। इस बीच बड़ी संख्या में ऐसे लोग भी हैं, जिन्हें कोरोना वायरस संक्रमण से उबरने के बाद भी कई तरह की स्वास्थ्य समस्याएं हो रही हैं। सांस लेने में तकलीफ, बदन में दर्द, खांसी, निगलने में परेशानी सहित ऐसी कई समस्याएं हैं, जिनकी शिकायत वे कर रहे हैं। ऐसे में स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से कुछ सलाह जारी की गई है, जिसका पालन लोगों को करने के लिए कहा गया है।
कोरोना संक्रमण से उबर चुके लोगों के लिए स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से जो प्रोटोकॉल जारी किए गए हैं, उनमें रोजाना च्यवनप्राश का इस्तेमाल, योगासन, प्राणायाम और सुबह या शाम को टहलना भी शामिल है। कई बार लोग कोरोना वायरस संक्रमण से उबरने के बाद समझने लग जाते हैं कि अब उन्हें दोबारा इसका संक्रमण नहीं होगा। लेकिन विशेषज्ञ इससे इनकार कर चुके हैं और कई ऐसे मामले आए हैं, जिन्हें ठीक होने के बाद फिर से कोरोना का संक्रमण हुआ। ऐसे में स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से जारी ये प्रोटोकॉल और भी अहम हो गया है।
इसमें हालांकि यह भी साफ किया गया है कि इसे कोविड-19 से बचाव या इसके उपचार के तौर पर नहीं देखा जाना चाहिए। हालांकि ये सभी उपाय रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत बनाने में कारगर समझे जाते हैं, जिसे कोरोना संक्रमण से बचाव में काफी अहम माना जाता है। ऐसे में इन उपायों को एक स्वस्थ व्यक्ति भी अपना सकता है। स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से जो 'पोस्ट कोविड मैनेजमेंट प्रोटोकॉल जारी किए गए हैं, उनमें लोगों को कोविड से बचाव के लिए मास्क लगाने, सोशल डिस्टेंसिंग सहित अन्य जरूरी एहतियातों का पालन जारी रखने के लिए कहा गया है।
स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से जारी प्रोटोकॉल के मुताबिक, कोरोना संक्रमण से उबरने के बाद भी योगासन, प्रणायाम और सुबह या शाम टहलने की सलाह दी गई है। साथ ही अगर डॉक्टर ने कोई दवा बताई है तो उसे भी जारी रखने की जरूरत है। शरीर में ऑक्सीजन के स्तर पर लगातार नजर रखने की जरूरत है और यह 95 प्रतिशत से कम नहीं होना चाहिए। बुखार, सीने में दर्द या किसी अन्य तरह की शिकायत होने पर भी डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।