कोरोना वायरस महामारी के बीच दुनियाभर में मास्क पहनने पर जोर दिया जा रहा है। दुनियाभर में अलग-अलग देशों की सरकारें अपने नागरिकों को इस खतरनाक वायरस से बचाने के लिए हरसंभव प्रयास कर रही है। संक्रमण से बचने के लिए मास्क पहनने व सैनिटाइजर का इस्तेमाल करने पर बल दिया जा रहा है। भारत में अब तक कोरोना वायरस के संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़कर 5000 से ऊपर चली गई है जबकि इससे मरने वालों की संख्या 149 हो गई है।
पर्सनल हाइजीन पर ध्यान देना, हाथ धोना, सोशल डिस्टेंसिंग और सेल्फ आइसोलेशन जैसी चीजें फॉलो करने की सलाह दी जा रही है। घर से लोग बाहर ना निकलें इसलिए लॉकडाउन कर दिया गया है लेकिन अगर फिर भी इमरजेंसी में घर से बाहर निकलना पड़े तो पूरे सुरक्षा एहतियात के साथ निकलने को कहा जाता है। इसमें मास्क सबसे महत्वपूर्ण है। कई राज्यों में तो नागरिकों के लिए मास्क पहनना अनिवार्य कर दिया गया है। ओड़िशा और महाराष्ट्र ने अपने राज्यों में ऐसी घोषणा कर दी है।
DIY कपड़ों का बना हो मास्क
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने भी लोगों को अपने घरों में बने हुए सुरक्षित मास्क पहनने की सलाह दी है। ना सिर्फ मास्क पहनने क बल्कि उन्हें किस तरह के मास्क बनाकर पहनने हैं ये भी बताया गया है। नागरिकों को खास तौर पर सलाह दी गई है कि वे DIY कपड़ों से बने मास्क का ही इस्तेमाल करें ताकि इससे वायरस के संक्रमण का खतरा ना के बराबर हो जाता है।
स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक कोरोना वायरस के कीटाणु काफी नगण्य आकार के होते हैं कि ये किसी आम कपड़ों से भी नहीं बच पाते हैं। इनमें हवा के माध्यम से वायरस शरीर तक पहुंच ही जाते हैं। हालांकि कहा ये भी जाता है कि कफ के जरिए भी वायरस फैलता है इसलिए होममेड मास्क के इस्तेमाल करने की सलाह दी जाती है।
डबल लेयर वाले कॉटन
होममेड मास्क में सबसे पहले जिस चीज की जरूरत पड़ती है वह है कपड़ों की। यहां यह ध्यान देने की जरूरत है कि हम किस तरह के कपड़े का इस्तेमाल कर रहे हैं। घने धागों से टाइट बुने गए कॉटन के कपड़ों के दो लेयर के मास्क बनाए जा सकते हैं।
शोध में पाया गया सेफ
वेक फोरेस्ट यूनिवर्सिटी के कुछ साइंटिस्ट ने इस पर एक्सपेरिमेंट भी किया और पाया कि डबल लेयर वाले कॉटन कपड़ों के बने मास्क ज्यादा सुरक्षित होते हैं। बाकि कपड़ों के बने मास्क से थोड़े बहुत वायरस के कण शरीर तक पहुंच ही जाते हैं।
वैसे भी अभी लॉकडाउन का पीरियड चल रहा है और बढ़ती डिमांड के कारण बाजार में भी मास्क की स्टोरेज भी कम हो गई है ऐसे में बेहतर तरीका यही है कि घर पर ही रहना है तो घर पर बने हुए सुरक्षित मास्क का ही इस्तेमाल करें। क्योंकि बिना मास्क के बेहतर तो है कि आप खुद के बनाए मास्क को पहन खुद को बचाएं।