बॉलीवुड एक्टर सुशांत सिंह राजपूत के इस दुनिया से चले जाने के बाद एक बार फिर से डिप्रेशन पर चर्चा जोर पकड़ ली है। अवसाद और तनाव में किस प्रकार का डाइट लेना चाहिए एक बार फिर से इस पर सोच विचार किया जा रहा है। आज हम आपको इसी के बारे में बताने जा रहे हैं कि तनाव का शिकार होने से बचना है तो आपको अपने डाइट में कौन सी ऐसी चीज शामिल करनी चाहिए।
डिप्रेशन मेंटल हेल्थ से जुड़ी बीमारी है। दिखने और सुनने में तो यह बेहद सामान्य बीमारी है लेकिन है बेहद खतरनाक। यह वायरल और फ्लू के जैसे ही खतरनाक है। हमारे समाज में हर 20 में से एक व्यक्ति डिप्रेशन की समस्या का शिकार है। यह मूल रुप से मानसिक स्वास्थ्य से जुड़ी हुई है। इसमें व्यक्ति अपने आप में खोया रहता है वह इंट्रोवर्ट हो जाता है। किसी से बात नहीं करता है और हमेशा नकारात्मक खयालों और विचारों से घिरा रहता है।
उसे हमेशा अपने साथ बुरा होता नजर आता है। उम्मीदें खत्म हो जाती है, निराशावादी बन जाता है। उसे लगने लगता है कि अब दुनिया में उसके लिए कुछ नहीं बचा है कोई नहीं बचा है। कोई उसके साथ नहीं है, वह बिल्कुल अकेला हो गया है। इतना ही नहीं वह इतना नकारात्मक हो जाता है कि उसके मन में आत्महत्या (सुसाइड) जैसे ख्याल आने लगते हैं।
अगर डिप्रेशन को शुरुआती स्टेज में ही ठीक नहीं कर लिया जाता है तो वह खतरनाक रुप ले लेता है। इसके लिए अपने आस-पास के माहौल के साथ-साथ अपने खान-पान पर भी विशेष ध्यान देने की जरूरत होती है। ऐसे लोग जिन्हें हर छोटी-छोटी बात पर गुस्सा आता है या तनाव हो जाता है उन्हें अपने नाश्ते में काजू जरूर शामिल करना चाहिए। सुबह-सुबह अगर आप शहद में काजू मिला कर खाते हैं तो इससे आपका मेंटल हेल्थ दुरुस्त रहता है।
काजू में भरपूर मात्रा में प्रोटीन पाए जाते हैं साथ ही ये ब्रेन में सेरोटोनिन हार्मोन उत्पन्न करता है जो स्ट्रेस को कम करने में मददगार होता है। काजू में पाया जाने वाला जिंक और पोटैशियम शरीर में ऑक्सीजन के स्तर को बढ़ाता है। इसके कारण शरीर में एनर्जी लेवल बढ़ रहता है और इससे मूड भी सही रहता है। मूड सही रहने से तनाव का असर कम होता है और डिप्रेशन का खतरा कम होता है। काजू को आप शहद के अलावा, फ्रूट चाट, सलाद और दूध के साथ भी खा सकते हैं।
इसके अलावा अखरोट भी डिप्रेशन की बीमारी के खतरे को कम करने में मददगार होता है। अखरोट ओमेगा-3 फैटी एसिड का सबसे बड़ा स्रोत माना जाता है। कई रिसर्च में इस बात का दावा किया गया है कि ओमेगा-3 फैटी एसिड किस प्रकार से डिप्रेशन के लक्षणों के खत्म करने व इससे लड़ने में किसी व्यक्ति की मदद कर सकता है।
(डिस्क्लेमर: प्रस्तुत लेख में सुझाए गए टिप्स और सलाह केवल आम जानकारी के लिए है, इसे पेशेवर चिकित्सा सलाह के रुप में नहीं लिया जा सकता। कोई भी स्टेप लेने से पहले अपने चिकित्सक से परामर्श जरूर कर लें।)