आज भी कई ऐसे लोग हैं जो नियमित तौर पर तय समय से ज्यादा देर तक काम करते हैं। ऑफिस में कभी-कभी अर्जेंट काम पड़ने पर ओवरटाइम करने की बात समझ में आती है लेकिन कई लोग ऐसे हैं जो नियमित तौर पर ओवरटाइम करते हैं। इस तरह काम करके वे अपने कलीग्स और बॉस की नजर में तो अच्छे बन जाते हैं लेकिन ऐसा करके वे अपने स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ करते हैं।
काम करने के दौरान आपको अपने मेंटल हेल्थ को बिल्कुल भी अनदेखा नहीं करना चाहिए। कई सर्वे के मुताबिक 91 फीसदी से ज्यादा कर्मचारी तय समय से ज्यादा देर तक ऑफिस में रुकना पसंद करते हैं। इनमें से ज्यादातर ऐसे लोग होते हैं जो आने वाले दिन या आने वाले सप्ताह के लिए एडवांस में काम कर लेना चाहते हैं। कुछ लोग अपनी मर्जी से ऐसा करते हैं जबकि कुछ लोग अपने बॉस को काम के प्रति अपने समर्पण से इंप्रेस करना चाहते हैं।
हालांकि ऐसा करने से आपका बॉस भले ही आपसे खुश हो जाए लेकिन इससे आपके फिजिकल और मेंटल हेल्थ पर काफी बुरा असर पड़ता है। लंबे समय तक काम करने से क्रोनिक इंफेक्शन, दिल की बीमारी का खतरा, मधुमेह, डिप्रेशन, हाइपरटेंशन और एंग्जाइटी जैसी समस्या घर करने लगती है। मध्यम आयु वर्ग के लोगों के लिए ओवरटाम काम करना ज्यादा खतरनाक साबित हो सकता है। इससे उन्हें दिल की बीमारी का खतरा बढ़ जाता है और उनकी असामयिक तौर पर मौत भी हो सकती है।
ना केवल पुरुषों में बल्कि महिलाओं में भी इस बीमारी का खतरा बढ़ जाता है। महिलाओं में इसका खतरा ज्यादा रहता है। पुरुषों में ज्यादा देर तक काम करने से डिप्रेशन का खतरा 3.4 फीसदी होता है वहीं महिलाओं में इसका खतरा 4.6 फीसदी होता है। इससे ना सिर्फ उनके मेंटल हेल्थ पर बुरा असर पड़ता है बल्कि यह उनकी लाइफस्टाइल से लेकर सोशल लाइफ तक प्रभावित होती है। इससे लर्निंग क्षमता कम होती है। डिसिजन मेकिंग पावर कम होती है।
यही कारण है कि काम करने के लिए काम करने के लिए भी एक तय समयसीमा फिक्स कर दी गई है कि किसी भी व्यक्ति को 8 से लेकर 9 घंटों तक काम करना है। हालांकि ज्यादा काम होने से आपको कभी-कभी ज्यादा देर तक रुक कर काम करना पड़ जाता है।