संसद में स्वास्थ्य मंत्री डॉ मनसुथ मांडविया ने कहा कि फिलहाल देश में ओमिक्रॉन का एक भी मामला नहीं है। लेकिन सरकार सभी तरह के उपायों पर काम कर रही है। अभी तक इस तरह की जानकारी सामने आ रही थी कि ओमिक्रॉन वैरिएंट खुद को जांच से छिपा ले रहा है यानी कि इस समय जिस तकनीक के जरिए कोरोना वायरस की पहचान की जा रही है उसे चकमा दे रहा है लेकिन DG, ICMR ने बताया कि OMICRON वेरिएंट RTPCR और RAT से नहीं बचता है। इसलिए, राज्यों को किसी भी मामले की शीघ्र और शीघ्र पहचान के लिए परीक्षण में तेजी लाने की सलाह दी गई थी।
राज्यों को उन देशों के यात्रियों के लक्षित/प्राथमिकता परीक्षण के लिए सलाह दी गई थी जो "जोखिम में" नहीं हैं, राज्यों द्वारा रैंप अप परीक्षण के हिस्से के रूप में। आगे टीकाकरण कवरेज की निरंतर आवश्यकता, COVID उपयुक्त व्यवहार का पालन और सामूहिक समारोहों से बचने की आवश्यकता पर बल दिया गया।
केंद्र सरकार ने दिए ये सुझाव
डेल्टा से घातक है ओमिक्रॉन
ओमिक्रॉन के बारे में कहा जा रहा है कि यह डेल्टा वैरिएंट से घातक है। इसके प्रसार की दर पांच से 6 गुना ज्यादा है। इस संबंध में शोधकर्ताओं का कहना है कि अभी पुख्ता तौर पर कुछ कह पाना मुश्किल है कि वैक्सीन के असर को यह कितना कम करेगी। लेकिन लोगों को वैक्सीनेशन के प्रति उदासीन रवैया नहीं बरतना चाहिए।