अनुष्का शर्मा प्रेग्नेंसी के सेकेंड ट्रिमेस्टर में हैं। 2017 में शादी के बंधन में बंधे इस कपल के लिए बेहद खुशी की खबर है। वो अब कपल से माता-पिता बनने जा रहे हैं। सेकेंड ट्रिमेस्टर एक बच्चे के लिए कितना महत्वपूर्ण होता है और इसमें क्या सावधानी बरतनी चाहिए, आइये जानते हैं।
क्या होता है सेकेंड ट्रिमेस्टर?
महीने बच्चा मां की कोख में पलता है उसके बाद वो इस दुनिया में आता है। इन 9 महीनों को तीन-तीन महीनों के आधार पर बांटा जाता है। हर तीन महीने के बाद बच्चे में बहुत से बदलाव होते हैं। गर्भावस्था की दूसरी तिमाही यानी सेकेंड ट्रिमेस्टर तेरहवें हफ्ते से लेकर 27वें हफ्ते तक होती है।
सेकेंड ट्रिमेस्टर में बेबी में क्या बदलाव होते हैं ?
ये समय ऐसा होता है जब बच्चे में तेजी से बदलाव होते हैं। यही वो समय है जब बच्चे का विकास होता है। इस महीने में महिला अपने भीतर पहला बदलाव देखती है। अब महिलाओं का पेट बाहर आ जाता है। उन्हें महसूस होता है कि उनके भीतर उनका अंश आ गया है। वो उसकी सांसों को महसूस कर सकती हैं।
यही वो वक्त है जब बच्चा बड़ा और मजबूत होता है। सेकेंड ट्रिमेस्टर में शिशु के अंगों का विकास हो जाता है। उसके बाल आने लगते हैं। वो सुनने लगता है और स्वाद लेना भी शुरू कर देता है। सबसे जरूरी बात कि मां को अपने बच्चे की हरकतें महसूस होने लगती हैं।
सेकेंड ट्रिमेस्टर में इन सावधानियों का रखें ख्याल
ये समय बेहद खास और नाजुक भी होता है। इस समय मां को अपने आने वाले अंश के लिए बहुत सावधानियां बरतनी पड़ती हैं।
भूलकर भी न करें ये गलतियां
मां बनना हर औरत के जीवन के लिए बहुत ही खास होता है। इस खास पल को आप और भी खास बनाएं। अपना बहुत ख्याल रखें ताकि आपका आने वाला कल हंसता-मुस्कुराता रहे।