अध्ययनों से पता चला है कि शरीर में विटामिन डी का प्रयाप्त स्तर आपके इम्यून सिस्टम को सही रखता है, जिससे आपको कोरोना काल में भी लड़ने में मदद मिलती है। वहीं शरीर में विटामिन डी का स्तर कम होने पर ऑस्टियोपोरोसिस, कैंसर, अवसाद, मांसपेशियों की कमजोरी जैसी समस्याएं होती हैं।धूप के अलावा और किन चीजों से आपको विटामिन डी मिल सकता है, सबसे पहले उसके बारे में जान लेते हैं।
सूरज की रोशनी के अलावा भी आपको विटामिन डी पर्याप्त मात्रा में मिल सकता है। इसके लिए आप इन चीजों को अपने डाइट में शामिल करें। कुछ ही ऐसे खाद्य पदार्थ हैं जिनमें विटामिन डी की महत्वपूर्ण मात्रा होती है। इसमें कॉड लिवर ऑयल, स्वोर्डफ़िश, सामन, डिब्बाबंद टूना, बीफ लिवर, अंडे की जर्दी और सार्डिन शामिल हैं। इनकी सही मात्रा ही आपके शरीर को पर्याप्त विटामिन डी दे सकती है। इसलिए कहते हैं की विटामिन डी का बेहतर स्रोत सूरज की किरणें हैं।
अधिकतम विटामिन डी प्राप्त करने के लिए धूप में रहने का सबसे अच्छा समय सुबह 10 से दोपहर 3 बजे के बीच है। इस समय, यूवीबी किरणें तीव्र होती हैं और यह भी कहा जाता है कि शरीर इस समय विटामिन डी बनाने में अधिक कुशल होता है। ऐसा माना जाता है कि यही बेहतर समय है। इसके बाद सूरज की रोशनी में बहुत देर तक रहने पर कई तरह के कैंसर की समस्या हो सकती है।
विटामिन डी पाना इतना भी आसान नहीं है। धूप में कौन सा अंग विटामिन डी के लिए अधिक उपयोगी है और कैसे आप धूप सेंके, ये जानना बेहद आवश्यक है। विटामिन डी त्वचा में कोलेस्ट्रॉल से बना होता है, जिसका अर्थ है कि पर्याप्त विटामिन डी प्राप्त करने के लिए आपके शरीर के कई हिस्से को धूप में रहना जरूरी होगा। अधिक विटामिन डी प्राप्त करने के लिए अपने हाथ, पैर, पीठ और पेट को धूप में रखें। विटामिन डी के लिए जब भी धूप में बैठें तो पीठ को सूरज की तरफ करके बैठें, यह शरीर को अधिक विटामिन डी लेने में मदद करता है।
विटामिन डी प्राप्त करने का सबसे सटीक तरीका सूरज है, लेकिन ये भी जरूरी है कि आप कितने मिनट तक सूरज की रोशनी में बैठें। विटामिन डी काउंसिल के अनुसार, हल्के रंग की त्वचा वाले लोगों को धूप में लगभग 15 मिनट की आवश्यकता होती है, जबकि गहरे रंग की त्वचा वाले लोगों को एक घंटे या उससे अधिक की आवश्यकता हो सकती है।