लॉकडाउन में कई लोग हैं, जो वजन बढ़ने की शिकायत कर रहे हैं। लोगों के मुताबिक सारा दिन घर में रहने की वजह से न सिर्फ आलसी होते जा रहे हैं बल्कि वजन भी बढ़ रहा है। ऐसे में वर्कआउट की जगह पैदल चलना फायदेमंद साबित हो सकता है। खाना खाने के बाद करीबन 15 मिनट तक चलने से आप खुद को सेहतमंद रख सकते हैं, इसके साथ ही वजन भी नहीं बढ़ेगा। वहीं पैदल चलने के अनेकों फायदे हैं, इससे आप कैलोरी भी बर्न कर सकते हैं।
डायट और वर्कआउट दोनों ही है जरूरी- वजन कम करने के लिए डायट के साथ-साथ वर्कआउट पर खास ध्यान देने की जरूरत है। अपने वेट लॉस गोल को पूरा करने के लिए सबसे पहले कैलोरी गेन करें, उसके बाद वर्कआउट से अधिक कैलोरी बर्न करें। इसके अलावा कुछ छोटी-छोटी चीजें हैं, जिससे आप वजन घटाने के मेहनत को कम कर सकते हैं। वजन कम करने के लिए पैदल चलना सबसे आसान और प्रभावी तरीका है, लेकिन अगर आप इसे एक स्ट्रेटजी के तहत करें तो इससे कैलोरी भी बर्न भी कर सकते हैं।
खाना खाने के बाद चले पैदल- विशेषज्ञों के मुताबिक खाना खाने के बाद ट्रेड मिल पर 15 मिनट तक चलने से डायबटीज पीड़ित लोगों को फायदा मिलेगा। पैदल चलने से शुगर के खून में बढ़ने के चांस कम हो जाते हैं। पैदल चलना डायबीटीज के मरीजों को शुगर को कंट्रोल में रखने में भी मदद मिलती है। एक शोध के मुताबिक खाना खाने के बाद कुछ मील तक पैदल चलना सेहत के लिए लाभदायक है। यह भोजन को आपके पाचन तंत्र में आसानी से लाने में मदद करता है, इसके अलावा यह पेट संबंधी समस्याओं को भी दूर करता है।
पैदल चलने का सही तरीका- स्वस्थ्य और सेहतमंद रहने के लिए भोजन करने के बाद करीबन 15 मिनट तक जरूर चले। अगर आपके पास अधिक समय है तो इस समय सीमा को बढ़ा सकते हैं। लेकिन ध्यान रहे कि इसे आपको खाना खाने के एक घंटे के भीतर करना होगा। पैदल चलने के लिए आपको बाहर निकलने की जरूरत नहीं है, अगर आप चाहे तो यह अपने कमरे में या फिर सीढ़ियों पर चढ़ना-उतरना भी कर सकते हैं। ध्यान रहे कि इस दौरान सिर्फ आपको चलना है, अधिक तेज चलने से खाना पचने में मुश्किलें आ सकती हैं।
वजन कम करने के लिए नहीं है काफी- वजन कम करने की कोशिश कर रहे लोगों के लिए खाना खाने के बाद पैदल चलना फायदेमंद साबित हुआ है, लेकिन यह काफी नहीं है। अगर आप अधिक वजन कम करना चाहते हैं तो सप्ताह में कम से कम पांच बार 30 मिनट तक जरूर चलना चाहिए। इसके अलावा आप इम्यूनिटी बूस्ट और कैलोरी बर्न करने के लिए वेट वेटलिफ्टिंग और कार्डियो जैसे वर्कआउट कर सकते हैं।
(डिस्क्लेमर: प्रस्तुत लेख में सुझाए गए टिप्स और सलाह केवल आम जानकारी के लिए है, इसे पेशेवर चिकित्सा सलाह के रुप में नहीं लिया जा सकता। कोई भी स्टेप लेने से पहले अपने चिकित्सक से परामर्श जरूर कर लें।)