Water Retention  
मुख्य बातें
- शरीर में पानी जमने से होती है शरीर में सूजन।
- टिशूज में पानी जमा होने से होती है समस्या।
- पैरों में ऐंठन और एड़ियों में दर्द बना रहता है।
नई दिल्ली. वाटर रिटेंशन यानी शरीर के अंगों में पानी का जमाव। जब शरीर के अंगों में पानी जमा हो जाता है तो इससे हाथ, पैर, चेहरे और पेट की मांसपेशियां सूज जाती हैं। इतना ही नहीं इस समस्या के कारण ही पैरों, एड़ियों और टांगों में तेज दर्द भी होता है।
वाटर रिटेंशन अक्सर तभी होता है जब शरीर मिनरल के स्तर को संतुलित नहीं कर पाता है। इससे शरीर के टिशूज में पानी जमने लगता है। इसी वजह से शरीर फूलने लगता है। शरीर में नमक की मात्रा बढ़ने से भी ये समस्या होती है आइडेमा विकसित हो जाता है।
वाटर रिटेंशन पूरी तरह से ठीक होने लायक है। सही पौष्टिक आहार और विटामिन्स-मिनिरल्स का सेवन आपको इस बीमारी से बचा सकता है। यदि आपको भी अपने शरीर में ऐसे लक्षण नज़र आ रहे हैं तो बिलुकुल भी न घबराएं।
वॉटर रिटेंशन के हैं ये मुख्य कारण
- खून की कमी के कारण
- ज्यादा समय तक एक ही स्थिति में खड़े रहना
- ज्यादा नमक या शर्करा का सेवन
- दिल या लीवर की बीमारी के कारण
- महिलाओं में हार्मोनल असंतुलन के कारण
- मानसिक स्त्राव के दौरान हार्मोन्स में होने वाले बदलाव
ये हैं वॉटर रिटेंशन के लक्षण
- भूख न लगना
- पैरों, एडियों और टांगों में दर्द
- शरीर के कुछ हिस्सों में सूजन
- अचानक वजन बढना या कम
- त्वाचा पर निशान पड़ना
- हाइपोथायराइड की समस्या होना
- पेट में भारीपन
- खान-पान की चीजों से एलर्जी होना
- वॉटर रिटेंशन के घरेलू उपाय
घरेलू उपचार से ठीक करें बीमारी
- डाइट में मैग्नीशियम से भरी चीजें रोज खाएं। जैसे दही, हरी सब्जियों और नट्स।
- विटामिन बी-6 की मात्रा शरीर में बढ़ाएं। इसके लिए आलू, केला और अखरोट खांए क्योंकि इसमें विटामिन B6 बहुत होता है।
- विटामिन सी भरी चीजें खाएं। जैसे नींबू, संतरा, गाजर आदि।
- याद रखें एक साथ ढेर सारा पानी न पीएं बल्कि थोड़ा-थोड़ा पानी पीएं। शरीर में पोटेशियम की मात्रा बढ़ना होगा जिससे सूजन कम होगी।
- नमक और चीनी कम से कम खांए ताकि सूजन शरीर में न हो।
- एक ही अवस्था में ज्यादा देर न तो बैठे न खड़े रहें। पैर ऊपर कर सोंए या बैठा करें। क्रॉस लैग करके भी न बैठे। ताकि ब्लड सर्कुलेशन सही रहें।
- सेब, अंगूर, स्ट्रॉबैरी, हरी पत्तेदार सब्जियां, अजमोद, चुकंदर और शतावरी जैसी चीजों का सेवन करें।
- इस बीमारी से मुक्ति के लिए अपने आहार में सुधार कर अधिक से अधिक विटामिन और मिनिरल्स लेना शुरू करें।