एनीमिया शब्द आपने कई बार सुना होगा, लेकिन क्या आप जानते हैं कि इसका मतलब क्या है? एनीमिया का मतलब है शरीर में लाल रक्त कोशिकाओं (रेड ब्लड सेल) की कमी होना। ऐसा तब होता है जब शरीर में लाल रक्त कोशिकाओं के बनने की दर उनके नष्ट होने की दर से कम होती है। इसके कारण शरीर में कई तरह की परेशानियां होती हैं।
जिस व्यक्ति को एनीमिया होता है उसके शरीर में हीमोग्लोबिन की कमी होती है। अगर खून की ज्यादा कमी हो जाती है तो यह शरीर के अंगों को पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन नहीं मिल पाती।
- शरीर में थकावट रहना।
-सांस लेने में तकलीफ होना।
- त्वचा का पीला पड़ जाना।
- अनियमित धड़कन।
- चक्कर आना।
- सीने में दर्द।
- हाथ- पैरों का ठंडा पड़ जाना।
- सिर में दर्द होना।
यह एनीमिया के शुरुआती लक्षण हैं, जिसपर लोग आमतौर पर ध्यान नहीं देते। एनीमिया के खराब स्तर पर पहुंचने के बाद इसके लक्षण भी और खराब होने लगते हैं।
- ब्लीडिंग के कारण शरीर में लाल रक्त कोशिकाएं कम हो जाती हैं। क्योंकि इतनी जल्दी शरीर में रेड ब्लड सेल्स नहीं बन पाते जितनी जल्दी वो खत्म हो जाते हैं।
- मलेरिया के बाद भी शरीर में रेड ब्लड सेल्स नष्ट हो जाते हैं।
- किसी महिला को ज्यादा समय तक पीरियड्स होने पर उसके शरीर में रेड ब्लड सेल्स की कमी हो सकती है। यह फाइब्रॉएड के साथ जुड़ा हो सकता है।
- बार बार प्रेग्नेंसी के कारण भी महिलाओं के शरीर को एनीमिया होता है।
- पेट में अल्सर होने के कारण खून बहने पर।
अगर किसी के शरीर में एनीमिया की कमी हो गई है डाईट पर ध्यान देकर इसे सही किया जा सकता है।
आयरन: आयरन से भरपूर चीजें जैसे मीट, हरी सब्जियां, ड्राई फ्रूट्स और मसूर की दाल आदि खाएं।
फोलेट: फोलेट और फॉलिक एसिड का सेवन करना चाहिए जो कि फ्रूट्स, हरी सब्जियों, राजमा (kidney beans), मूंगफली व ब्रेड, पास्ता और चावल जैसी चीजें खाएं।
विटामिन B-12: विटामिन B-12 से भरपूर चीजें खाएं जैसे मीट, डेयरी प्रोडक्ट्स और सोय प्रोडक्ट्स।
विटामिन C: फ्रूट्स, जूस, ब्रॉकली, टमाटर, स्ट्रॉबेरी और खरबूजे जैसी चीजें खाएं, ताकि शरीर को भरपूर मात्रा में विटामिन सी मिले।