कोरोनावायरस से जंग में बार-बार ये कहा जा रहा है कि काढ़ा पीना चाहिए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 14 अप्रैल को लॉकडाउन बढ़ाने के साथ ही कोरोनावायरस को फैलने से रोकने के लिए दिए गए अपने भाषण में काढ़ा पीने की सलाह दी है। भारतीय घरों के लिए काढ़ा कोई नया शब्द नहीं है और सर्दी व गले की तकलीफ होने पर अक्सर इसे पिया जाता है। काढ़ा पीने से कई मौसमी परेशानियां दूर रहती है और साथ ही शरीर का इम्यून सिस्टम यानी प्रतिरोधक क्षमता भी मजबूत होती है।
काढ़ा बनाने की विधि / How to make Kadha
यूं तो काढ़ा कई तरीके से बनाया जाता है। यहां हम खासतौर पर जानेंगे कि शरीर की प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने और गले की खराश व खांसी को दूर करने के लिए काढ़ा कैसे बनाया जाए। इस काढ़े को रसोई में मौजूद आम चीजों की मदद से तैयार किया जा सकता है।
क्या चाहिए होगा : साफ पानी, तुलसी की पत्ती, लौंग, काली मिर्च, मोटी इलायची, अदरक, गुड़, अजवायन और थोड़ी दालचीनी।
कैसे बनाएं : सारी सामग्री को साफ कर लें। एक साफ बर्तन में पानी उबाल लें और गुड़ को छोड़कर पहले बाकी सारी चीजें इसमें डाल दें। धीमी आंच पर इसे 5 मिनट तक रखें। इसके बाद थोड़ा गुड़ डाल दें। इसे बहुत कम मात्रा में डालना है। दो मिनट के बाद गैस बंद कर दें और इस काढ़े का सेवन गर्म ही करें।
काढ़े के फायदे / beneits of kadha
- इससे गले की खराश में आराम मिलता है और खांसी में राहत आती है।
- काढ़े के नियमित सेवन से शरीर में गर्मी आती है और जल्दी खांसी, जुकाम, बुखार आदि नहीं होता।
- काढ़ा पीने से शरीर की प्रतिरोधक क्षमता मजबूत होती है और कीटाणुओं व विषाणुओं के हमले से आप जल्दी प्रभावित नहीं होते हैं।