कोरोनावायरस की दूसरी लहर बहुत खौफनाक साबित हो रही है। इस परिस्थिति में लोग काफी परेशान हैं और दिक्कतों का सामना कर रहे हैं। हर एक इंसान अपनी तरफ से यह कोशिश कर रहा है कि वह इस वायरस से बचा रहे। लेकिन कोरोनावायरस के टेस्ट रिपोर्ट ने बहुतों को हैरान और परेशानी में डाल दिया है। इस दौरान ऐसी कई खबरें सामने आ रही हैं जहां इंसान को कोरोनावायरस के सिम्टम्स दिख रहे हैं मगर उसका टेस्ट नेगेटिव आ रहा है। यह स्थिति बहुत भयावह मानी जा रही है जो एक बड़ा और खतरनाक रूप ले सकती है।
कोरोनावायरस टेस्ट की जांच के लिए आरटी पीसीआर टेस्ट को सबसे प्रभावी माना जाता है लेकिन इस समय इस रिपोर्ट में कई लोग नेगेटिव साबित हो रहे हैं जबकि उनके अंदर कोरोनावायरस के लक्षण दिखाई दे रहे हैं।
यहां जानिए ऐसी स्थिति में आपको क्या करना चाहिए और किन लक्षणों को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए।
कोविड-19 टेस्ट कितने सही हैं?
शुरुआत में कोविड-19 का पता लगाने के लिए आरटी पीसीआर टेस्ट किया जाता था जिसे बहुत प्रभावी माना गया है। मगर कोरोनावायरस के दूसरे लहर के दौरान यह टेस्ट कमजोर होता हुआ नजर आ रहा है। दरअसल कई टेस्ट में लोगों का रिपोर्ट नेगेटिव आ रहा है जबकि उनके अंदर कोरोनावायरस या कोविड-19 के लक्षण साफ नजर आ रहे हैं। ऐसा कहा जा रहा है कि टेस्ट नेगेटिव आने के पीछे कई कारण हैं।
लक्षण दिखने के बाद भी क्यों कोरोनावायरस टेस्ट आ रहा है नेगेटिव?
कहा जा रहा है कि कोरोनावायरस का दूसरा लहर नए म्युटेंट के कारण उत्पन्न हुआ है। एक्सपर्ट्स का मानना है कि, आरटी पीसीआर टेस्ट नए म्युटेंट को डिटेक्ट करने में असहाय साबित हो रहा है जिसके वजह से कई टेस्ट रिजल्ट नेगेटिव आ रहे हैं। इसके अलावा, यह भी कहा जा रहा है कि शरीर के अंदर वायरस का लोड बहुत कम हो जिसके वजह से इंफेक्शन को पकड़ने में मुश्किलें आ रही हों, इस कारण के वजह से भी टेस्ट नेगेटिव आ सकता है।
तीसरा कारण यह भी बताया जा रहा है कि, जांच करने के लिए जुटाए गए सैंपल्स अच्छी तरह से नहीं लिए गए होंगे या फिर स्वैब स्टिक को अच्छी तरह से नहीं घुसाया होगा जिसके वजह से यह टेस्ट नेगेटिव आ रहे हैं।
टेस्ट नेगेटिव आने पर इन लक्षणों पर अवश्य दें ध्यान
क्या करें जब आपका टेस्ट नेगेटिव हो लेकिन आपको कोरोनावायरस के सिम्टम्स दिख रहे हों?
सबसे पहले और सबसे जरूरी चीज यह है कि आपको खुद को आइसोलेट कर लेना है और किसी के कांटेक्ट में नहीं आना है। अपने सिम्टम्स के ऊपर नजर बनाए रखिए और बार-बार ऑक्सीमीटर की मदद से अपने ब्लड ऑक्सीजन लेवल की जांच करते रहिए। दो से तीन दिन बाद आपको आरटी पीसीआर टेस्ट जरूर करवाना चाहिए। अगर यह सिम्टम्स अभी भी दिखाई दे रहे हैं तो डॉक्टर की सलाह से सीटी स्कैन करवाइए।