महिलाओं के लिए बेहद खास होता है मां बनने का एहसास। इस अवस्था में उन्हें सबसे ज्यादा ख्याल रखने की जरूरत होती है। क्योंकि इस दौरान वो खुद के साथ-साथ गर्भ में पल रहे बच्चे का भी ख्याल रख रही होती हैं। ऐसे में कई बार महिलाओं में प्रेग्नेंसी के दौरान ऐसी स्थिती आ जाती है, जब उन्हें समय से पहले ही डिलीवरी करवानी पड़ती है। जिसे हम प्रीमैच्योर डिलीवरी कहते हैं। ऐसा होने के पीछे कई कारण होते है।
शिशु मां की कोख में लगभग 40 हफ्तों तक रहता है लेकिन जब उसका जन्म 37 हफ्ते के भीतर हो जाए तो उसे प्रीमैच्योरी बेबी कहते हैं। पहले इसकी संख्या काफी कम थी लेकिन अब ये समस्या धीरे धीरे महिलाओं में बढ़ती जा रही हैं। इसके पीछे-पीछे कहीं ना कहीं हमारी लाइफस्टाइल भी है।
इसके अलावा कई और भी ऐसे मुख्य कारण होते है जिसकी वजह से शिशु प्रीमैच्योर होता है। समय से बहुत पहले पैदा हुए कई शिशु शारीरिक संबधी समस्याएं होने की संभावना ज्यादा होती है और महिलाओं को स्वास्थ्य संबधी दिक्कते आ जाती हैं।
क्यों होती है प्रीमैच्योर डिलीवरी, जानिए इसके मुख्य कारण