Baby Massage Tips: शिशु की मालिश करते समय इन बातों का रखें ख्याल, ये गलतियां पड़ सकती हैं भारी

हेल्थ
Updated Nov 12, 2019 | 08:00 IST | टाइम्स नाउ डिजिटल

Baby Massage Steps: शिशु की मालिश उसकी हड्डियों और मांसपेशियों को मजबूत बनाती है, लेकिन मालिश करते समय कुछ बातों का ध्यान रखना बेहद जरूरी है।

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Baby Massage  |  तस्वीर साभार: Getty Images
मुख्य बातें
  • शिशु के शरीर पर सीधे तेल नहीं डालें
  • शिशु के पैरों से मालिश की शुरुआत करें
  • खुली जगह पर कभी शिशु की मालिश न करें

नवजात शिशु की मालिश करना उसके शरीर की अकड़न को दूर करने के साथ उसकी मांसपेशियों को भी मजबूत बनाता है। मालिश करना एक तरह से शिशु की एक्सरसाइज भी होती है। इससे न केवल उसे अच्छी भूख लगती है बल्कि उसे नींद भी अच्छी आती है। इसलिए मालिश करना फायदेमंद है, लेकिन मालिश करने का सही तरीका जानना बेहद जरूरी है।

शिशु की मालिश करते हुए अगर सावधानी न बरती जाए तो यह फायदेमंद की जगह नुकसानदायक हो सकती है। मालिश कब करनी चाहिए और मलिश करने से पहले या बाद में किन बातों का ध्यान रखना चाहिए, ये जानना जरूरी है। इसलिए पहली बार मां बनी महिलाओं को कुछ बातें शिशु को मालिश करने से पहले जरूर जान लेनी चाहिए।

जानें शिशु की मालिश करते समय किन बातों का रखें ध्यान

  • शिशु की मालिश जब तेल से करें तो उसे डायरेक्ट उसके शरीर पर न डालें, बल्कि अपने हाथों में डालकर उसे रगड़ लें और तब उसके शरीर पर लगाएं। इससे तेल की ठंडक शिशु को नहीं लगेगी बल्कि आपके हाथ की गरमी से तेल शरीर में अच्छे से लगेगा।
  • जब भी शिशु की मालिश करें तो पहले उसकी शुरुआत पैरों से शुरू करें। फिर छाती और पीठ की मालिश करें।
  • मालिश की शुरुआत हमेशा शिशु को पीठ के बल लिटा कर करें। उसके बाद उसे पेट के बल लिटाएं।
  • मालिश का समय बांधें। जिस समय आप मालिश करें रोज उसी टाइम पर उसकी मालिश करें। इससे शिशु के सोने, जागने और खाने का एक समय अपने आप तय हो जाएगा।
  • शिशु को मालिश के बाद कुछ देर यूं ही छोड़ दें। उसे तुंरत न नहलाएं और न ही उसे तुरंत कमरे से बाहर निकालें।
  • कोशिश करें मालिश ठंड में बंद कमरे में हीटर जला कर या धूप में ही करें। खुले में या ठंडी जगह पर मालिश कभी न करें। ठंड ज्यादा हो तो गुनगुना तेल इस्तेमाल करें। मालिश के बाद हमेशा शिशु को गुनगुने पानी से नहलाएं।
  • शिशु की मालिश कभी भी कुछ खिलाने के बाद न करें। इससे उसके पेट पर दबाव बनेगा और उसे उल्टी आ सकती है। उसकी मालिश या तो खिलाने के कम से कम एक से दो घंटे बाद करें या शिशु को मालिश के बाद खिलाएं।
  • शिशु को हमेशा हल्के हाथ से मालिश करें। कड़े या तगड़े हाथ से मालिश कभी न करें।
  • शिशु के सिर को गोल आकार देने के लिए सरसों का तकिया हमेशा लगाएं।

शिशु की मालिश करते हुए इन बातों का ध्यान देकर आप उसे जल्दी ही हेल्दी और मजबूत बना सकेंगी।

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