नयी दिल्ली: दवा कंपनी जायडस कैडिला ने गुरुवार को कहा कि उसने कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों के इलाज के लिए उपयोगी दवा रेमडेसिवियर को रेमडेक ब्रांड नाम से भारतीय बाजारों में पेश किया है।कंपनी ने शेयर बाजार को बताया कि रेमडेक की 100 मिलीग्राम की शीशी की कीमत 2,800 रुपये है, जो भारत में उपलब्ध रेमडेसिवियर का सबसे सस्ता ब्रांड है।
जायडस कैडिला ने बताया कि यह दवा उसके वितरण नेटवर्क के जरिए पूरे देश में उपलब्ध होगी। यह दवा सरकारी और निजी अस्पतालों में मिलेगी।कैडिला हेल्थकेयर के प्रबंध निदेशक डॉ. शरविल पटेल ने कहा, 'रेमडैक सबसे सस्ती दवा है, क्योंकि हम चाहते हैं कि कोविड-19 के इलाज में अधिक से अधिक मरीजों तक यह दवा पहुंच सके।'
इस दवा के लिए सक्रिय दवा घटक (एपीआई) का विनिर्माण समूह की गुजरात स्थिति इकाई में किया गया है। जायडस कैडिला कोविड-19 की वैक्सीन बनाने की कोशिश भी कर रही है और जायकोव-डी नाम की यह वैक्सीन क्लिनिकल परीक्षण के दूसरे चरण में है।
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने दावा किया था कि रूस ने पहली कोरोनवायरस वायरस विकसित करने में सफलता हासिल कर ली है, रूस इस वैक्सीन के लिए पिछले काफी समय से प्रयासरत था। रूस का कहना है कि वह अपने कोरोना टीके का बड़े पैमाने पर उत्पादन सितंबर से शुरू कर सकता है, वैक्सीन को अप्रूवल मिलता है तो यह दुनिया की पहली प्रमाणिक कोविड-19 वैक्सीन होगी,गौरतलब है कि तमाम देश इस काम में लगे हैं लेकिन किसी भी देश को अभी तक वैक्सीन बनाने में सफलता नहीं मिली है।