नई दिल्ली: वायुसेना के शक्तिशाली मालवाहक हेलीकॉप्टर चिनूक ने आज पहली बार प्रसिद्ध केदारनाथ धाम में लैंडिंग की। इस लैंडिंग के लिए जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (डीडीएमए) द्वारा पिछले कई दिनों से चिनूक की लैंडिंग को लेकर विशेष तैयारियां की जा रही थीं और एक विशेष हेलीपैड तैयार किया गया था। चिनूक के जरिए केदारनाथ में दूसरे चरण के प्रस्तावित पुनर्निर्माण कार्य को लेकर भारी मशीनें भी पहुंचाई जानी हैं। लैंडिंग के बाद जब चिनूक वापस लौटा तो साथ में क्रैश हेलीकॉप्टर भी साथ ले गया। इस दौरान कई वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी भी मौजूद रहे।
2018 में क्रैश हुआ था एमआई 17
दरअसल 2018 में यहां वायुसेना का एमआई 17 हेलीकॉप्टर क्रैश हो गया था। इसी हेलीकॉप्टर का मलबा लेकर चिनूक दिल्ली के लिए रवाना हुआ। चिनूक हेलीकॉप्टर भारतीय वायुसेना के अत्याधुनिक हेलीकॉप्टरों में गिना जाता है जो ऊंचे और दुर्गम इलाकों तक भारी सामान पहुंचाने में सक्षम होने के साथ- साथ हर मौसम और रात में उड़ान भरने में सक्षम है।
अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस है चिनूक
चिनूक को सबसे आधुनिक भारी लिफ्ट हेलिकॉप्टरों में से एक माना जाता है जो 9.6 टन तक कार्गो ले जा सकता है। चिनूक अपनी उच्च गतिशीलता के कारण पहाड़ के संचालन के लिए अनुकूल है। रक्षा विशेषज्ञों के अनुसार यह हेलीकॉप्टर करीब 11 हजार किलो तक के हथियार और सैनिकों को आराम से उठाने में सक्षम है। यही नहीं यह किसी भी छोटे से हेलिपैड और घाटी में भी लैंड कर सकता है।
Times Now Navbharat पर पढ़ें India News in Hindi, साथ ही ब्रेकिंग न्यूज और लाइव न्यूज अपडेट के लिए हमें गूगल न्यूज़ पर फॉलो करें ।