Pushkar Singh Dhami: उत्तराखंड के नए मुख्यमंत्री का नाम पुष्कर सिंह धामी है। तराई इलाके से आने वाले धामी ऊधमसिंहनगर जिले की खटीमा सीट से विधायक हैं। ये महाराष्ट्र के राज्यपाल और प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री भगत सिंह कोश्यिारी के करीबी हैं और माना जाता है कि कोश्यिारी उन्हें उंगली पकड़कर राजनीति में लाए थे। दिलचस्प बात यह है कि उन्होंने कभी भी राज्य मंत्रिमंडल में भी मंत्री पद नहीं संभाला है। कहा जाता है कि धामी ने भाजपा की राज्य युवा शाखा के प्रमुख के रूप में अपने काम से पार्टी के प्रति अपने समर्पण को साबित किया है।
पुष्कर धामी के पिता एक पूर्व सैनिक थे जिनका एक साल पहले निधन हो गया था। 16 सितंबर 1975 को पिथौरागढ़ में जन्मे पुष्कर धामी पेशे से वकील हैं और उन्होंने मानव संसाधन प्रबंधन और औद्योगिक संबंधों में स्नातकोत्तर की डिग्री हासिल की है। धामी ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) में काम किया है और 10 वर्षों तक अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) के सदस्य रहे। वह 2002-2008 तक भारतीय युवा मोर्चा (भाजयुमो) के प्रदेश अध्यक्ष भी रहे। उन्होंने 2001-2002 तक उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री भगत सिंह कोश्यारी के ऑफिसर ऑन ड्यूटी (ओएसडी) के रूप में भी काम किया। धामी पहली बार 2012 में खटीमा से विधायक चुने गए और फिर 2017 में भी जीते। कांग्रेस के सीएम हरीश सिंह रावत के शासन के दौरान धामी को खटीमा में अपने काम के लिए सर्वश्रेष्ठ विधायक का पुरस्कार मिला।
विधायक दल की बैठक में नेता चुने जाने के बाद धामी ने कहा, 'मेरी पार्टी ने पिथौरागढ़ में पैदा हुए एक भूतपूर्व सैनिक के बेटे एक आम कार्यकर्ता को राज्य की सेवा के लिए नियुक्त किया है। हम लोगों के कल्याण के लिए मिलकर काम करेंगे। हम कम समय में दूसरों की मदद से लोगों की सेवा करने की चुनौती स्वीकार करते हैं।' अगले साल होने वाले विधानसभा चुनावों के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि सभी के सहयोग से वह न केवल हर चुनौती को पार करेंगे बल्कि अपने पूर्ववर्तियों द्वारा किए गए कार्यों को आगे बढाएंगे। उन्होंने कहा कि उनकी प्राथमिकता जनता की सेवा है जिसके लिए वह पूरे मन से काम करेंगे।
भाजपा के राज्य मुख्यालय में बतौर पर्यवेक्षक केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर, पार्टी मामलों के प्रभारी दुष्यंत कुमार गौतम और निवर्तमान मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत की मौजूदगी में हुई पार्टी विधायक दल की बैठक में उनका नाम सर्वसम्मति से तय हुआ। विधायक दल की बैठक के बाद तोमर ने बताया कि धामी के नाम का प्रस्ताव निवर्तमान मुख्यमंत्री तीरथ सिंह और प्रदेश पार्टी अध्यक्ष मदन कौशिक ने रखा जिसका अनुमोदन पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत सहित कई विधायकों ने किया। उन्होंने बताया कि बैठक में धामी के अलावा किसी और के नाम का प्रस्ताव नहीं रखा गया जिसके बाद उन्हें विधायक दल का नेता चुन लिया गया।
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