नई दिल्ली। चीन एक तरफ यह कहता है कि ड्रैगन और हाथी एक दूसरे के साथ डांस कर सकते हैं। मतभेदों को विवाद में नहीं बदलने देना चाहिए। लेकिन जब अमल करने की बात आती है तो वो कन्नी काटने लगता है। लद्दाख के पूर्वी सेक्टर में उसने चालबाजी दिखाई। गलवान इलाके में हिंसक झड़ हुई जिसमें उसके सैनिक मारे गए और भारत के 20 सैनिक शहीद हो गए। भारत की तरफ से नाराजगी जताने के साथ जमीन पर संकेत दे दिया गया कि चीन कमजोर न आंके। उसका असर भी हुआ, गलवान से चीनी सैनिक पीछे हटे। लेकिन फिंगर एरिया को लेकर सहमति नहीं बनी है।
चुशूल में 15 घंटे तक चली बातचीत
लद्दाख के चुशूल में दोनों देशों के कोर कमांडरों को बैठक हुई लेकिन बताया जा रहा है कि फिंगर एरिया से चीन पूरी तरह हटने के लिए राजी नहीं है। बताया जा रहा है कि चीन फिंगर एरिया को पूरी तरह खाली नहीं करना चाहता है और अपनी मौजूदगी कुछ हद तक बनाए रखना चाहता है। सूत्रों का कहना है कि चीन गलवान घाटी, हॉट स्प्रिंग्स और गोगरा पोस्ट से हटने के लिए पूरी तरह तैयार है।
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