नई दिल्ली। केंद्र सरकार ने तीन मई के बाद यानि चार मई से दो हफ्ते के लिए लॉकडाइउन को बढ़ाने का फैसला किया है। इसके साथ ही पूरे देश के 733 जिलों को रेड, ऑरेंज और ग्रीन जोन में बांटा है। गृहमंत्रालय की तरफ से लॉकडाउव के दौरान इन जोन में काम करने की इजाजत मिली है तो कुछ काम पर पहले की तरह पाबंदी है। तीनों जोन में अगर कोई कंटेंमेंट जोन है तो वहां किसी तरह की रियायत नहीं है। लेकिन यहां हम बात देश के सबसे बड़े सूबों में से एक उत्तर प्रदेश के 75 जिलों का जिक्र करेंगे जो अलग अलग जोन में बांटे गए हैं।
यूपी में 19 जिलों को रेड जोन, 36 जिलों को ऑरेंज जोन और 20 जिलों को ग्रीन जोन में रखा गया है। रेड जोन में उन जिलों को शामिल किया गया है जहां एक्टिव केस ज्यादा हैं। इसके साथ ही उन जिलों में कंटेंमेंट जोन भी बनाए गये हैं। रेड जोन में भी काम करने की अनुमति दी गई है। लेकिन पाबंदियां भी हैं।
जिला | जोन |
आगरा | रेड |
गौतमबुद्धनगर | रेड |
सहारनपुर | रेड |
लखनऊ | रेड |
मुरादाबाद | रेड |
फिरोजबाद | रेड |
बुलंदशहर | रेड |
रायबरेली | रेड |
मेरठ | रेड |
वाराणसी | रेड |
बिजनौर | रेड |
अमरोहा | रेड |
मुजफ्फरनगर | रेड |
रामपुर | रेड |
संत कबीर नगर | रेड |
मथुरा | रेड |
बरेली | रेड |
कानपुर नगर | रेड |
इन 19 जिलों के बाद 20 जिलों को आरेंज जोन में रखा गया है जहां रेड जोन से कुछ अधिक रियायतें हासिल है। ऑरेंज जोन में ज्यादातर रियायतें रेड जोन की ही तरह है। लेकिन आवाजाही के संबंध में कुछ खास छूट दी गई है।
जिला | जोन |
गाजियाबाद | ऑरेंज |
हापुड़ | ऑरेंज |
बागपत | ऑरेंज |
बस्ती | ऑरेंज |
बदायूं | ऑरेंज |
संभल | ऑरेंज |
औरैय्या | ऑरेंज |
शामली | ऑरेंज |
सीतापुर | ऑरेंज |
बहराइच | ऑरेंज |
कन्नौज | ऑरेंज |
आजमगढ़ | ऑरेंज |
मैनपुरी | ऑरेंज |
बांदा | ऑरेंज |
श्रावस्ती | ऑरेंज |
जौनपुर | ऑरेंज |
एटा | ऑरेंज |
कासगंज | ऑरेंज |
सुल्तानपुर | ऑरेंज |
प्रयागराज | ऑरेंज |
जालौन | ऑरेंज |
मिर्जापुर | ऑरेंज |
इटावा | ऑरेंज |
प्रतापगढ़ | ऑरेंज |
गाजीपुर | ऑरेंज |
गोंडा | ऑरेंज |
मऊ | ऑरेंज |
भदोही | ऑरेंज |
उन्नाव | ऑरेंज |
पीलीभीत | ऑरेंज |
बलरामपुर | ऑरेंज |
अयोध्या | ऑरेंज |
गोरखपुर | ऑरेंज |
झांसी | ऑरेंज |
कौशांबी | ऑरेंज |
हरदोई | ऑरेंज |
रेड जोन में 19 जिलों और ऑरेंज जोन में 36 जिलों के बाद 20 जिलों को ग्रीन जोन में शामिल किया गया है।
जिला | जोन |
बाराबंकी | ग्रीन |
खीरी | ग्रीन |
हाथरस | ग्रीन |
महाराजगंज | ग्रीन |
शाहजहांपुर | ग्रीन |
अंबेडकरनगर | ग्रीन |
चंदौली | ग्रीन |
बलिया | ग्रीन |
चित्रकूट | ग्रीन |
फर्रुखाबाद | ग्रीन |
देवरिया | ग्रीन |
फतेहपुर | ग्रीन |
हमीरपुर | ग्रीन |
कुशीनगर | ग्रीन |
कानपुर देहात | ग्रीन |
ललितपुर | ग्रीन |
महोबा | ग्रीन |
सिद्धार्थनगर | ग्रीन |
सोनभद्र | ग्रीन |
अमेठी | ग्रीन |
यूपी को तीन जोन में बांटने का मकसद है कि एक तरफ कोरोना के खिलाफ लड़ाई को कमजोर न होने दिया जाए और इसके साथ साथ आर्थिक गतिविधियों जो बंद पड़ी थीं उन्हें शुरु किया जा सके। पीएन नरेंद्र मोदी ने कहा था कि कोरोना के खिलाफ लड़ाई में कमजोर पड़ने की आवश्यकता नहीं है। लेकिन इसके साथ हमें यह देखना होगा कि किस तरह से चुनौती के बीच हम अपमा रास्ता चुनने में कामयाब होते हैं।
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