आंदोलन से घर लौटे पंजाब के किसान ने की आत्महत्या, 22 साल की थी उम्र

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Updated Dec 20, 2020 | 18:36 IST | भाषा

पंजाब के बठिंडा जिले के गांव में 22 साल के एक किसान ने जहरीला पदार्थ खा कर कथित तौर पर आत्महत्या कर ली। किसान दिल्ली सीमा पर चल रहे विरोध प्रदर्शन से वापस अपने गांव लौटा था।

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पंजाब के किसान ने की आत्महत्या 

चंडीगढ़: दिल्ली की सीमा के पास प्रदर्शन स्थल से लौटे 22 वर्षीय एक किसान ने जहरीले पदार्थ का सेवन करके कथित रूप से खुदकुशी कर ली। पुलिस ने रविवार को बताया कि बठिंडा जिले के दयालपुरा मिर्जा गांव के निवासी गुरलाभ सिंह दिल्ली बॉर्डर के पास चल रहे प्रदर्शन का हिस्सा थे। पुलिस ने बताया कि वह शुक्रवार को अपने गांव लौटे थे। 

पुलिस ने बताया कि उन्होंने शनिवार रात को अपने घर पर जहरीले पदार्थ का सेवन कर लिया। उन्हें नजदीकी अस्पताल ले जाया गया जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया। पुलिस ने बताया कि आत्महत्या के कारण का पता लगाया जाएगा।

सर्दी में भी जमे हुए हैं किसान

पंजाब और हरियाणा समेत देश के अलग-अलग इलाकों के किसान दिल्ली की सीमाओं पर केंद्र सरकार द्वारा पारित कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं। उनकी मांग है कि सरकार इन कृषि कानूनों को रद्द करे। दिल्ली शीत लहर की चपेट में है, इसके बावजूद केंद्र के कृषि कानूनों का दिल्ली की सीमाओं पर विरोध कर रहे किसान अपनी मांगों को लेकर डटे हुए हैं। शहर में रविवार को पारा 3.4 डिग्री सेल्सियत तक गिर गया जो इस मौसम में अब तक का सबसे न्यूनतम तापमान है। 

यातायात हुई प्रभावित

किसान आंदोलन शुरू हुए चार सप्ताह हो चुके हैं और इसके कारण सीमा पर कई बिंदुओं पर यातायात का मार्ग परिवर्तित किया गया है जिसकी वजह से यात्रियों को असुविधा का सामना करना पड़ रहा है। किसान आंदोलन जब से शुरू हुआ है तब से ही दिल्ली यातायात पुलिस लगातार ट्वीट कर सड़के बंद होने और वैकल्पिक मार्गों से जुड़ी जानकारी यात्रियों को दे रही है। दिल्ली यातायात पुलिस ने रविवार को ट्विटर के जरिये बताया कि टिकरी और धंसा बॉर्डर यातायात के लिए बंद है और झटिकारा बॉर्डर केवल दोपहिया वाहनों और पैदल यात्रियों के लिए खुला है।

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