Farm Bill: जबरदस्त हंगामे के बीच राज्यसभा से पारित हुआ कृषि बिल, सांसदों ने रूल बुक फाड़ी और माइक तोड़ा

देश
किशोर जोशी
Updated Sep 20, 2020 | 14:05 IST

कृषि बिलों को लेकर राज्यसभा में आज जबरदस्त हंगामा लेकिन सरकार ने ध्वनि मत से बिल को पारित करा लिया। टीएमसी सांसद डेरेक ओब्रायन ने वेल में जाकर रूल बुक फाड़ दी।

संसद: TMC के डेरेक ने रूल बुक फाड़ी, सांसदों ने माइक तोड़ा
Rajya Sabha TMC MP Derek O'Brien and other MPs entered the well during the discussion on agriculture bills 
मुख्य बातें
  • राज्यसभा में जबरदस्त हंगामे के बीच पास हुआ कृषि बिल
  • तृणमूल कांग्रेस के सांसद डेरेक ओब्रायन ने उपसभापति के सामने जाकर रूल बुक फाड़ी
  • विपक्ष बोला- बहुमत नहीं, फिर भी ध्वनिमत से विधेयक पास करा रही है सरकार

नई दिल्ली: राज्यसभा में कृषि बिल 2020 पर (Agriculture Bill 2020) चर्चा के दौरान आज जबरदस्त हंगामा हुआ। हंगामे की वजह से राज्यसभा में ध्वनिमत से बिल को पारित करा दिया गया और हंगामे के बीच पास हो गया। इसके बाद सदन की कार्यवाही कल तक के लिए स्थगित कर दी गई है। हंगामे के दौरान विपक्षी दलों के नेता वेल पर आकर नारेबाजी करने लगे। तृणमूल कांग्रेस सांसद डेरेक ओ' ब्रायन ने राज्यसभा के उप सभापति हरिवंश को सदन की नियम पुस्तिका दिखाई और फिर उप सभापति के सामने जाकर इसे फाड़ दिया। इतना ही नहीं कई सांसदों ने चेयर पर लगे माइक भी तोड़ डाले। इस दौरान उपसभापति के सामने लगा माइक भी टूट गया।

हमारा घोषणापत्र घोड़ा है- कांग्रेस

कांग्रेस सांसद टी.एन. प्रथपन ने कृषि विधेयकों को किसान विरोधी बताते हुए देश भर में किसानों के विरोध पर लोकसभा में स्थगन प्रस्ताव नोटिस दिया है। कांग्रेस सांसद अहमद पटेल ने कहा, ' वैसे तो पढ़ने लिखने में थोड़ा कम ही ये लोग जानते हैं लेकिन पहली बार घोषणापत्र में दिन और रात एक करके उसमें से कुछ चीज निकाली और अपने अध्यादेश से तुलना की कोशिश की। हमारा घोषणापत्र घोड़ा है लेकिन गधे के साथ इन्होंने तुलना करने की कोशिश की।'

कृषि मंत्री ने कही ये बात

इससे पहले कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कृषक उपज व्यापार और वाणिज्य (संवर्धन और सरलीकरण) विधेयक 2020 तथा कृषक (सशक्तिकरण और संरक्षण) कीमत आश्वासन और कृषि सेवा पर करार विधेयक, 2020 को चर्चा एवं पारित करने के लिए सदन में पेश किया। तोमर ने कहा कि दोनों विधेयक ऐतिहासिक हैं और इनसे किसानों के जीवन में क्रांतिकारी बदलाव आएगा। उन्होंने कहा कि इन विधेयकों के प्रावधानों के अनुसार, किसान कहीं भी अपनी फसलों की बिक्री कर सकेंगे और उन्हें मनचाही कीमत पर फसल बेचने की आजादी होगी। उन्होंने कहा कि इनमें किसानों को संरक्षण प्रदान करने के प्रावधान भी किए गए हैं।

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