नई दिल्ली : रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन सोमवार को भारत दौरे पर आएंगे। नई दिल्ली में 21वां भारत-रूस वार्षिक शिखर सम्मेलन में पुतिन हिस्सा लेंगे। रक्षा समझौते के लिए पुतिन के इस दौरे को काफी अहम माना जा रहा है। पुतिन पीएम मोदी को एस-400 एयर डिफेंस सिस्टम का मॉडल गिफ्ट करेंगे। इसके अलावा AK-203 असॉल्ट राइफल सौदा महत्वपूर्ण होगा। दोनों नेताओं के बीच सोमवार शाम हैदराबाद हाउस में द्विपक्षीय मुलाकात होगी जिसमें दोनों नेता ऊर्जा से लेकर अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी और हथियार उत्पादन के क्षेत्र में कई डील करेंगे।
इसके अलावा दोनों नेताओं के बीच सीधी और अनौपचारिक बातचीत का भी सत्र होगा। इस कड़ी में ही दोनों देशों के बीच पहली 2+2 वार्ता होगी। विदेश और रक्षा मंत्रियों की इस संयुक्त बैठक का फैसला पीएम मोदी और राष्ट्रपति पुतिन के बीच अप्रैल 2021 में हुई फोन पर हुई बातचीत के दौरान तय हुआ था।
6 दिसंबर की तारीख दुनिया के लिए ऐतिहासिक होने जा रही है। पुतिन की इस भारत यात्रा पर पूरे विश्व की निगाहें होंगी। अमेरिका, चीन से लेकर पाकिस्तान तक सब टकटकी लगाए दिल्ली की ओर देख रहे होंगे। सच पूछिए तो उनके दिल भी जलेंगे। पुतिन की इस यात्रा के बारे में विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा है कि रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन 6 दिसंबर को आधिकारिक दौरे पर भारत आएंगे। उनका ये दौरा 21वें भारत-रूस शिखर वार्ता के तहत होगा, जहां वे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात करेंगे।
सूत्रों के मुताबिक, रूस के राष्ट्रपति पुतिन दोपहर बाद दिल्ली पहुंचेंगे। वह सिर्फ 6-7 घंटे भारत में होंगे। इस बीच शाम 5:30 बजे हैदराबाद हाउस में दोनों नेताओं के बीच द्विपक्षीय मुलाकात होगी। दोनों नेताओं के बीच सीधी और अनौपचारिक बातचीत का एक सत्र भी होगा। दोनों वैश्विक नेता ऊर्जा से लेकर अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी और हथियार उत्पादन के क्षेत्र में कई डील करेंगे। और इसी के साथ भारत और रूस की दोस्ती एक और नया इतिहास रचेगी।
2019 के बाद पहली बार पुतिन और मोदी की आमने-सामने की मुलाकात होने जा रही है। मोदी और पुतिन की आखिरी मुलाकात नवंबर 2019 में ब्रासीलिया में हुई थी। इसके बाद अब जाकर मोदी और पुतिन 21वें दौर की भारत-रूस शिखर वार्ता के लिए एक दूसरे से सीधी मुलाकात करेंगे। जिसकी नींव दोनों राष्ट्र नेताओं ने इसी वर्ष अप्रैल 2021 में फोन से हुई बातचीत में रखी थी जिसमें पहली बार रूस के साथ 2+2 वार्ता को लेकर भी बात फाइनल हुई थी।
भारत के साथ 2+2 वार्ता में शामिल होने के लिए रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव और रूस के रक्षा मंत्री सर्गेई शोइगू भी दिल्ली में होंगे। जहां वो भारत में अपने समकक्ष विदेश मंत्री एस जयशंकर और रक्षामंत्री राजनाथ सिंह के साथ अलग से मीटिंग करेंगे। जिसमें भारत और रूस मिलकर सैन्य और तकनीकी सहयोग पर चर्चा करेंगे। इसी 2+2 वार्ता के दौरान बातचीत की टेबल पर साझेदारी की योजनाओं को आगे बढ़ाएंगे
लेकिन इससे भी ज्यादा अहम होगी भारत और रूस के बीच पहले से फाइनल हो रखी वो डील, जिसपर सबसे ज्यादा अमेरिका की निगाहें होंगी। जिस डील पर अमेरिका ने भारत को कड़े प्रतिबंधों की धमकी तक दी है, लेकिन रूस से रिश्ते और मजबूत करने और अपनी सैन्य क्षमता को और ज्यादा बढ़ाने के लिए भारत ने ऐसी धमकियों तक की परवाह नहीं की। ये डील एस-400 एयर डिफेंस मिसाइल सिस्टम की है जिसे लेकर रूस और भारत के बीच 5 अरब डॉलर से अधिक के सौदे पर समझौता हुआ था। इस मुलाकात में भारत-रूस मिलकर एस-400 की आपूर्ति में आ रही मामूली बाधाओं को दूर करने का प्रयास भी करेंगे।
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