चक्रवात यास पर रिव्यू मीटिंग के दौरान पीएम ने सीएम को देर कराया या सीएम ने पीएम को इस समय यह विषय चर्चा के केंद्र में है। टीएमसी का कहना है कि हकीकत तो यही है कि ममता बनर्जी को देर से बुलाकर उनका अपमान किया गया। लेकिन विधानसभा में विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी ने निशाना साधा।
सीएम ममता बनर्जी बोल रही हैं झूठ
शुक्रवार को पश्चिम बंगाल में हवाई सर्वेक्षण (यास के बाद के चक्रवात) के बाद पूर्वी मिदनापुर में समीक्षा बैठक हुई, लेकिन सीएम ममता बनर्जी और प्रशासन ने पीएम को 30 मिनट तक इंतजार कराया। यह संवैधानिक अखंडता का उल्लंघन था और शर्मनाक था। बता दें कि में सीएम ममता बनर्जी ने कहा था कि वह विपक्षी नेताओं की मौजूदगी के कारण बैठक में शामिल नहीं हुईं। वह अपने अहंकार को संतुष्ट करने के लिए झूठ का सहारा ले रही है क्योंकि वह खुद को न केवल पश्चिम बंगाल की बल्कि पूरे देश की मुख्यमंत्री मानती है।
मनगढ़ंत बयान दे रही हैं ममता
ममता बनर्जी का बयान मनगढ़ंत है और राज्य के लोगों के प्रति उदासीन है। ओडिशा और डब्ल्यूबी सीएम दोनों को एक ही प्रक्रिया के माध्यम से मिलने के बारे में सूचित किया गया था, वह केवल बहाने का उपयोग कर रही है। एलओपी और बीजेपी विधायक सुवेंदु अधिकारी से जब डब्ल्यूबी सीएम के आरोपों के बारे में पूछा गया कि बीजेपी और केंद्र उन्हें अपमानित करने की कोशिश कर रहे थे।एक गैर-विधायक के लिए एक विधायक (उसके) और विधानसभा अध्यक्ष द्वारा विधिवत मान्यता प्राप्त एलओपी के बारे में शिकायत करना संवैधानिक वास्तविकता नहीं है।
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