कहीं इस वजह से तो नहीं मारे गए अंकित शर्मा, सरकार बताए : सुब्रमण्यम स्वामी   

देश
आलोक राव
Updated Feb 28, 2020 | 17:12 IST

Subramanian Swamy on Ankit Sharma murder : स्वामी ने अपने एक ट्वीट में कहा, 'सरकार को यह बताने की जरूरत है कि अंकित शर्मा कहीं बांग्लादेशी आतंकियों के साथ ताहिर के संबंधों के तार तो नहीं ढूंढ रहे थे।

Subramanian Swamy asks govt to clarify if Ankit Sharma killed because of Tahir's Bangladesh terrorist connection
अंकित शर्मा की हत्या मामले में सुब्रमण्यम स्वामी का बयान।  |  तस्वीर साभार: PTI
मुख्य बातें
  • 25 फरवरी को घर से लापता हो गए थे अंकित, अगले दिन उनका शव नाले से मिला
  • अंकित के पिता का कहना है कि उनके बेटे की हत्या के पीछे ताहिर का हाथ है
  • उत्तर पूर्वी दिल्ली के कई इलाकों में दो दिन हुई भीषण हिंसा, अब हालात हुए सामान्य

नई दिल्ली: भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राज्यसभा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने अंकित शर्मा के बारे में बयान देकर उनकी हत्या मामले को एक नया मोड़ दे दिया है। स्वामी ने सरकार से पूछा है कि अंकित शर्मा की हत्या कहीं आम आदमी पार्टी के पूर्व पार्षद ताहिर हुसैन के इशारे पर इसलिए तो नहीं कर दी गई क्योंकि वह बांग्लादेशी आतंकवादियों के साथ ताहिर के संबंधों के तार ढूंढ रहे थे। अगर ऐसा है तो यह बहुत ही गंभीर मामला है, सरकार को इसे स्पष्ट करना चाहिए।  

स्वामी ने अपने एक ट्वीट में कहा, 'सरकार को यह बताने की जरूरत है कि इंटेलिजेंस ब्यूरो के अधिकारी अंकित शर्मा कहीं बांग्लादेशी आतंकियों के साथ ताहिर के संबंधों के तार तो नहीं ढूंढ रहे थे और इसलिए उनकी हत्या ताहिर के इशारे पर हुई कर दी गई, सरकार को यह स्पष्ट करना चाहिए। अंकित की हत्या अगर बांग्लादेशी आतंकियों के साथ ताहिर के संबंधों पर नजर रखने के लिए हुई है तो यह बेहत गंभीर बात है।'


नाले से मिला अंकित का शव
बता दें कि आईबी के अधिकारी अंकित शर्मा का शव 26 फरवरी को चांद बाग के एक नाले से मिला। अंकित शर्मा के पिता राजिंदर कुमार का आरोप है कि उनके बेटे की हत्या के पीछे ताहिर हुसैन का हाथ है। अंकिता के पिता ने पुलिस को दी अपनी शिकायत में कहा है कि 25 फरवरी को अंकित घर से कुछ सामान खरीदने बाहर गए थे लेकिन वह घर नहीं लौटे। स्थानीय लोगों ने  उन्हें बताया कि अंकित की हत्या करने के बाद उनके शव को चांद बाग के नाले में फेंक दिया गया है। 

ताहिर ने खुद को बताया है निर्दोष
वहीं, अंकित हत्या मामले में ताहिर हुसैन ने खुद को निर्दोष बताया है। गुरुवार को मीडिया से बातचीत में ताहिर ने कहा, 'मैं अंकित को निजी तौर पर नहीं जानता हूं। उसकी मौत का मुझे दुख है। अंकित का परिवार मुझ पर आरोप लगा सकता है लेकिन मैं निर्दोष हूं।' मीडिया रिपोर्टें में स्थानीय लोगों के हवाले से कहा गया है कि बाहर उत्पात मचा रही भीड़ अंकित और कुछ अन्य लड़कों को उठाकर ले गई। जबकि भाजपा नेता कपिल मिश्रा ने अंकित की हत्या के लिए सीधे तौर पर ताहिर को जिम्मेदार ठहराया है। कपिल का दावा है कि ताहिर के लोग अन्य लड़कों के साथ अंकित को भी उठाकर ले गए और उसकी हत्या बेरहमी से हत्या कर दी।

उत्तर पूर्वी दिल्ली के इलाकों में हुई आगजनी
उत्तर पूर्वी दिल्ली में गत रविवार को सीएए समर्थकों एवं विरोधियों के बीच झड़प ने सोमवार को हिंसा एवं उपद्रव का रूप धारण कर लिया। सोमवार और फिर उसके बाद मंगलवार को उत्तर पूर्वी दिल्ली के जाफराबाद, मौजपुर, बाबरपुर, कबीर नगर, कर्दमपुर, सीलमपुर, चांद बाग और यमुना विहार में उपद्रवियों ने भीषण तबाही मचाई। इन जगहों पर दंगाइयों ने दुकानों, घरों और वाहनों में आग लगा दी। दिल्ली हिंसा में अब तक कम से कम 43 लोगों की मौत हो चुकी है और घायलों का अस्पताल में इलाज चल रहा है।

एनएसए ने किया हिंसा ग्रस्त इलाकों का दौरा
गत बुधवार को राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) अजीत डोभाल ने मौजपुर में हिंसा ग्रस्त इलाकों का दौरा किया। डोभाल लोगों से मिले और उनसे बात की। एनएसए ने कहा कि लोगों को डरने की जरूरत नहीं। डोभाल को अपने बीच पाकर लोगों में विश्वास पैदा हुआ और इसके बाद हिंसा ग्रस्त इलाकों में हालात तेजी से सामान्य होने लगे। स्थितियां सामान्य होने पर दिल्ली पुलिस अब अपना जोर कानून-व्यवस्था कायम करने पर जोर दे रही है। शुक्रवार को हिंसा प्रभावित इलाकों के बाजारों में लोगों की भीड़ और सड़कों पर वाहन दिखाई दिए। 

 

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