किसान आंदोलन के मद्देनजर गृह मंत्रालय ने दिल्ली की सीमा पर सिंघू, गाजीपुर और टीकरी में 2 फरवरी की रात 11 बजे तक तक इंटरनेट के अस्थायी निलंबन का विस्तार कर दिया है। गौरतलब है कि किसानों का आंदोलन एक बार फिर रफ्तार पकड़ते हुए दिखाई दे रहा है जिसे 26 जनवरी के बवाल के बाद शांत होने की उम्मीद जताई जा रही थी।
दिल्ली बॉर्डरों पर इंटरनेट सेवाएं दो दिन के लिए रोक दी गई हैं वहीं,राष्ट्रीय राजमार्ग-24 के आने जाने वाले रास्तों को भी बंद कर दिया गया है, होम मिनिस्ट्री ने कहा है कि लोगों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए सिंघु, गाजीपुर और टिकरी बॉर्डर एवं उससे आसपास के इलाकों में इंटरनेट सेवाओं को 2 फरवरी तक के लिए निलंबित की गई है।
इससे पहले सोमवार को दिल्ली में किसानों की एंट्री रोकने के लिए गाजीपुर बॉर्डर से दिल्ली की ओर जाने वाले मेरठ एक्सप्रेसवे को पूरी तरह से बंद कर दिया गया था, 26 जनवरी को हुए बवाल के बाद सुरक्षा के लिए ये कदम उठाया गया।
दिल्ली में नए कृषि कानून को लेकर किसानों के आंदोलन ने एक बार फिर से उबाल आ चुका है और सिंघु बॉर्डर से लेकर दिल्ली के गाजीपुर बॉर्डर पर किसानो का जमावड़ा फिर से जुट गया है और किसानों के दिल्ली आने का सिलसिला भी लगातार जारी है वहीं 26 जनवरी को किसानों की ट्रैक्टर रैली में जो बवाल हुआ वो किसी से छिपा नहीं है ऐसे में प्रशासन अब खासा फूंक-फूंक कर कदम रख रहा है,गाजीपुर बॉर्डर पर खासी तदाद में किसान जुटे हुए हैं।
हरियाणा सरकार ने रविवार को 14 जिलों में मोबाइल इंटरनेट सेवा बंद करने की अवधि बढ़ाकर एक फरवरी शाम पांच बजे तक कर दी ताकि तीनों कृषि कानूनों के विरोध में किसानों के प्रदर्शन को देखते हुए 'किसी भी तरह से शांति एवं कानून-व्यवस्था बाधित' न हो सके।सरकार ने यहां एक बयान जारी कर अंबाला, कुरूक्षेत्र, करनाल, कैथल, पानीपत, हिसार, जींद, रोहतक, भिवानी, सिरसा, फतेहाबाद, चरखी दादरी, सोनीपत और झज्जर जिलों में एक फरवरी शाम पांच बजे तक मोबाइल इंटरनेट बंद रखने के निर्देश दिए।
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