नई दिल्ली : केंद्रीय मंत्री वीके सिंह ने शुक्रवार को जोर देकर कहा कि तब्लीगी जमात के सदस्यों ने जानबूझकर कोरोना वायरस को फैलाने की कोशिश की। उन्होंने कहा कि इस तरह की घटनाएं केवल धर्म की छवि खराब करती हैं। सिंह ने समाचार एजेंसी एएनआई के साथ बातचीत में कहा, 'मरकज में शामिल हुए लोगों ने छिपने और भागने की कोशिश की। ज्यादा से ज्यादा लोगों में कोरोना वायरस का संक्रमण फैलाकर क्या वे कुछ हासिल कर पाएंगे?'
केंद्रीय मंत्री ने कहा, 'यह एक शर्मनाक घटना है क्योंकि एक धर्म से जुड़े हुए लोग ऐसा कर रहे हैं। यहां तक कि इंदौर में कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों का इलाज करने पहुंचे डॉक्टरों पर हमले हुए।'
सिंह ने कहा, 'मैं मौलानाओं एवं अन्य धार्मिक नेताओं से अनुरोध करना चाहता हूं कि वे इस तरह की घटनाएं बंद कराने में अपनी भूमिक निभाएं। इस तरह की घटनाएं केवल धर्म का नाम खराब करेंगी। आप अपने धर्म का यदि सम्मान करते हैं तो आपको तत्काल इसे रोक देना चाहिए।'
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि पुलिस में शिकायत दर्ज हुई है। पुलिस चिकित्सा क्षेत्र से जुड़े लोगों के साथ हुई बदसलूकी एवं हमले की जांच कर रही है। उन्होंने कहा, 'मैंने पुलिस अधीक्षक के साथ बात की है और उनसे सख्त कदम उठाने के लिए कहा है। आप यदि संक्रमित हैं तो डॉक्टरों के साथ सहयोग करिए और अपना इलाज कराइए। गाजियाबाद में दो लोगों का इलाज करने के बाद डिस्चार्ज किया गया है। फिर भी जो कानून का उल्लंघन करेगा उसे बख्शा नहीं जाएगा।'
बता दें कि मार्च के मध्य में निजामुद्दीन में तब्लीगी जमात के धार्मिक आयोजन में हजारों की संख्या में विदेशी नागरिक सहित भारतीय शामिल हुए। यहां शामिल लोग देश के अलग-अलग हिस्सों में कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए हैं। देश के करीब 20 राज्यों में इनसे अन्य लोगों में संक्रमण का फैलाव हुआ है। कोरोना वायरस का संक्रमण फैलने से रोकने के लिए देश 21 दिनों के लॉकडाउन के दौर से गुजर रहा है। भारत में अब तक संक्रमण के 2000 से ज्यादा केस सामने आ चुके हैं और 50 से ज्यादा लोगों की जान जा चुकी है। जबकि संक्रमित 156 लोगों को ठीक किया जा चुका है।
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