नई दिल्ली। कोरोना के खिलाफ लड़ाई में भारत सरकार कई मोर्चों पर काम कर रही है। जहां एक तरफ लॉकडाउन को तीन मई तक लागू है, वहीं देश में रैपिड टेस्टिंग और ट्रेंसिंग पर खास ध्यान दिया जा रहा है। इसी क्रम में चीन से 400 टन मेडिकल सामान भारत पहुंच चुका है जिसमें आरटी-पीसीआर किट, रैपिड एंटी बॉडी टेस्ट किट, पीपीई किट्स और थर्मामीटर शामिल हैं। विदेश मंत्रालय ने बताया कि चीन से और मेडिकल संबंधित सामान लाने के लिए आने वाले दिनों में 20 और फ्लाइट्स चीन जाएंगी।
चीन से अब तक 400 टन मेडिकल सामान भारत पहुंचा
पिछले दो हफ्तों में भारत के पांच अलग अलग शहरों से 24 से ज्यादा उड़ानें चीन के लिए भरी गई थी और अब तक 400 टन सामान भारत आ चुका है।
देश में कोरोना संक्रमित मरीजों की बात करें तो यह संख्या अब 21 हजार 700 के पार है। खास बात यह है कि चार हजार से ज्यादा लोगों को इलाज के बाद छुट्टी भी दी गई है। आईसीएमआर का कहना है कि जो आंकड़े सामने आ रहे हैं उससे साफ है कि कोरोना के केस में एक्स्पोनेंशियल बढ़ोतरी नहीं हो रही है। लेकिन हमें और सतर्क रहने की जरूरत है।
चीनी सामानों पर उठ चुके हैं सवाल
अगर बात टेस्ट की करें तो चीन से जो रैपिड टेस्ट किट या पीपीई किट आएं हैं उस पर कुछ राज्य सरकारों को ऐतराज है। उदाहरण के लिए राजस्थान ने शिकायत की थी कि रैपिड एंटी बॉडी किट से जो टेस्ट आ रहे हैं वो गलत हैं, हरियाणा सरकार ने एक लाख रैपिड टेस्ट किट के ऑर्डर को कैंसिल करने का फैसला किया। लेकिन आईसीएमआर की तरफ से कहा गया कि आप लोग दो दिन तक रुकें। चीन पर यह आरोप लगता रहा है कि वो दोयम दर्जे के माल की सप्लाई कर रहा है। स्पेन और बेल्जियम की तरफ से भी संगीन आरोप लगाए गए थे।
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