Jaipur News: जयपुर में निजी अस्पतालों में विगत एक सप्ताह से ओपीडी की सेवाएं लगभग बंद थी। डॉक्टर्स अपनी विभिन्न मांगों को लेकर आंदोलन पर थे जिसके चलते करीब एक सप्ताह से ओपीडी सेवाएं बंद थी। ओपीडी सेवा बंद होने के चलते मरीजों को हलकान होना पड़ रहा था। सरकारी अस्पतालों में चल रही लगातार भीड़ को देखते हुए मजबूरन मरीज निजी अस्पतालों की ओर रुख कर रहे थे लेकिन निजी अस्पतालों में भी ओपीडी सेवाएं बंद होने के चलते ऐसे मरीजों को कई परेशानियों का सामना करना पड़ रहा था।
निजी अस्पतालों की ओर रुख करने वाले मरीजों को बिना इलाज के मजबूरन वापस लौटना पड़ रहा था। करीब 1 सप्ताह से चल रहे डॉक्टरों के आंदोलन पर आखिरकार सोमवार को विराम लग गया। सोमवार को मुख्यमंत्री के आश्वासन के बाद डॉक्टरों द्वारा किए जा रहे आंदोलन पर विराम लग सका। अब 5 अप्रैल से निजी अस्पतालों में पहले की तरह ही ओपीडी सेवाएं शुरू हो सकेंगी। डॉक्टरों ने सोमवार को मुख्यमंत्री के आश्वासन के बाद आंदोलन को समाप्त कर दिया है। कल से निजी अस्पतालों के सभी डॉक्टर ओपीडी सेवाएं शुरू करेंगे। इससे मरीजों को अब पहले जैसी ही इलाज की सुविधाएं मिल सकेंगी। मरीज अपना इलाज अब निजी अस्पतालों में पहले की तरह करा सकेंगे। निजी अस्पतालों के डॉक्टर मंगलवार से अपने केबिन में बैठे हुए नजर आएंगे।
मुख्यमंत्री से मिले डॉक्टर एसोसिएशन के पदाधिकारी
विगत एक सप्ताह से विभिन्न मांगों को लेकर चल रहे आंदोलन के मद्देनजर सोमवार को डॉक्टर संगठन के पदाधिकारियों ने मुख्यमंत्री से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने डॉक्टरों के मुद्दों को लेकर अपनी बात रखी, इसके अलावा पिछले दिनों महिला डॉक्टर के सुसाइड मामले में चल चल रहे आंदोलन को प्रमुख रूप से मुख्यमंत्री के सामने रखा। मुख्यमंत्री ने संगठन के पदाधिकारियों की पूरी बातें ध्यान से सुनी। इसके बाद उन्होंने डॉक्टर एसोसिएशन के पदाधिकारियों को उचित न्याय दिए जाने का आश्वासन दिया। डॉक्टर संगठन के पदाधिकारी सहित अन्य सदस्य विगत एक सप्ताह से हड़ताल पर बैठे हुए थे। मुख्यमंत्री के आश्वासन के बाद निजी अस्पताल के डॉक्टर्स ने अपना हड़ताल सोमवार को खत्म कर दिया। मुख्यमंत्री के आश्वासन मिलने के बाद मंगलवार से निजी अस्पताल के डॉक्टर अपनी ओपीडी सेवाएं शुरु करेंगे।
डॉ. अर्चना शर्मा प्रकरण में शामिल सभी दोषियों के खिलाफ होगी कानूनी कार्रवाई
सोमवार को डॉक्टर्स के एक दल ने मुख्यमंत्री से मुलाकात के दौरान अपनी कुछ मांगे रखी। इस दौरान मुख्यमंत्री ने डॉक्टर की मांगों को ध्यानपूर्वक सुनते हुए उन्हें पूरा करने का आश्वासन दिया।
पीएचएनएचएस के सचिव डॉ. विजय कपूर ने बताया कि मुख्यमंत्री ने कहा कि डॉ. अर्चना शर्मा प्रकरण में शामिल सभी दोषियों के खिलाफ कानून के मुताबिक धाराओं के तहत निष्पक्ष व सख्त जांच करवाकर कार्यवाही की जाएगी।
उन्होंने आश्वासन दिया कि पुलिस जल्द ही इस मामले में लिप्त सभी अपराधियों को गिरफ्तार कर लेगी। मुख्यमंत्री की इस मुलाकात के बाद सभी संगठनों ने जेएमए में एक बैठक की, जिसमें सभी ने एकमत होकर आंदोलन को 5 अप्रैल से स्थगित करने का निर्णय किया। इसके साथ ही निर्णय लिया कि 10 दिनों के बाद प्रशासन की ओर से इस घटनाक्रम में क्या कार्यवाही की गई, इसका रिव्यू करके आगे के आंदोलन की समीक्षा की जाएगी।
जनरल बॉडी की जेएमए पदाधिकारियों को सुनाई खरी-खोटी
मुख्यमंत्री से मुलाकात के बाद एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने जयपुर मेडिकल एसोसिएशन के एसएमएस हॉस्पिटल स्थित सभागार में बैठक की। इस बैठक में जेएमए के अध्यक्ष डॉ. अनुराग धाकड़ और सचिव डॉ. अनुराग शर्मा को दूसरे संगठनों के पदाधिकारियों और डॉक्टर्स ने खरी-खोटी सुनाई। आंदोलन को एक दिन पहले अपने स्तर पर खत्म करने के एलान को लेकर दूसरे संगठनों के डॉक्टर्स ने दोनों पदाधिकारियों का विरोध किया।
Jaipur News in Hindi (जयपुर समाचार), Times now के हिंदी न्यूज़ वेबसाइट -Times Now Navbharat पर। साथ ही और भी Hindi News (हिंदी समाचार) के अपडेट के लिए हमें गूगल न्यूज़ पर फॉलो करें।