Indira Rasoi Yojna : प्रदेश सरकार एक बेहद अहम योजना को फिर शुरू कर रही है। फिर इंदिरा रसोई योजना शुरू होगी। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने 100 करोड़ का बजट पास किया है। प्रदेश या शहर के वैसे लोग जो दिन में पेट नहीं भर पाते या अपने खाने के लिए व्यवस्था करने में असमर्थ हैं, उनके लिए यह योजना बनाई गई है। इंदिरा रसोई योजना इन सबके लिए कारगर साबित होगी।
मुख्यमंत्री गहलोत ने इंदिरा रसोई योजना को शुरू करने के लिए स्वायत शासन विभाग को निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री द्वारा शुरू की गई राजस्थान इंदिरा रसोई योजना के माध्यम से गरीब या निर्धन नागरिकों को काम दाम में पौष्टिक भोजन दिए जाने की व्यवस्था की है।
कोरोना के कारण दो साल बंद रही योजना
इंदिरा रसोई योजना पर प्रदेश सरकार द्वारा प्रति वर्ष 100 करोड़ रुपये खर्च करने की घोषणा अशोक गहलोत ने कर दी थी। कोरोना के चलते पिछले दो साल इस योजना को बंद कर दिया गया था, लेकिन गहलोत सरकार ने अब फिर इस योजना को शुरू कर दिया है। इंदिरा रसोई योजना के माध्यम से गरीब और निर्धन लोगों को महज 5-10 रुपये में ही भोजन प्रदान किया जायेगा।
अन्नपूर्णा रसोई योजना का नाम बदल कर हुई शुरुआत
गौरतलब है कि, राजस्थान में पहले अन्नपूर्णा रसोई योजना चल रही थी। इसी योजना का नाम बदलकर इंदिरा रसोई योजना के नाम से राज्य सरकार ने इसकी शुरुआत कर दी है। प्रदेश में नागरिकों के पास अगर रोजगार नहीं होता है तो, अधिकतम लोगों को भूख से हुई उत्पन्न परेशानियों का सामना करना पड़ता है। प्रदेश के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भुखमरी को देखते हुए इंदिरा रसोई योजना में काफी बदलाव कर दिए हैं। इस कारण कम दाम पर लोगों को दो समय का भोजन बैठा कर प्रदान किया जाएगा। सरकार द्वारा इंदिरा रसोई योजना 2022 का उद्देश्य प्रदेश के गरीब लोगों को कम दाम में पौष्टिक भोजन प्रदान करना है। माना जा रहा है कि, गर्मी के दिनों में यह योजना कई गरीबों की जान बचाएगा। गर्मी के मौसम में गरीब लोग खाली पेट रहने की वजह से लू की चपेट में आ जाते हैं। इनमें ज्यादातर बच्चे या बुजुर्ग होते हैं। इन्हें अब दो समय पर्याप्त खाना मिल जाता है
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