Kanpur: पुलिस को बड़ी कामयाबी, दबोचा गया विकास दुबे का सहयोगी, कर रहा बड़े खुलासे

Kanpur Encounter: उत्तर प्रदेश पुलिस को बड़ी कामयाबी हासिल हुई है। पुलिस ने मुठभेड़ में हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे के सहयोगी दया शंकर अग्निहोत्री को गिरफ्तार कर लिया है।

Daya Shankar Agnihotri
गैंगस्टर विकास दुबे का सहयोगी दया शंकर अग्निहोत्री 
मुख्य बातें
  • विकास दुबे को किसी पुलिसकर्मी ने फोन कर छापे की सूचना दी
  • इसके बाद विकास दुबे अलर्ट हो गया और उसने पुलिस पर हमले की पूरी तैयारी कर ली
  • इस हमले में 8 पुलिसकर्मी शहीद हो गए, विकास दुबे फरार है

कानपुर: एनकाउंटर में 8 पुलिसकर्मियों के शहीद होने के बाद से फरार चल रहे गैंगस्टर विकास दुबे के एक सहयोगी को पुलिस ने धर दबोचा है। कल्याणपुर में विकास दुबे के साथी दया शंकर अग्निहोत्री को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। अग्निहोत्री को आज सुबह मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार किया गया। रविवार सुबह करीब 4:40 बजे कानपुर जिले के कल्याणपुर इलाके में मुठभेड़ शुरू हुई। मुठभेड़ में गोली लगने के बाद दया शंकर अग्निहोत्री को गिरफ्तार किया गया। अग्निहोत्री ने पूछताछ में कई चौंकाने वाले खुलासे किए हैं। उसने बताया है कि विकास दुबे को पहले ही पता चल गया था कि पुलिस उसे गिरफ्तार करने आ रही है और उसे ये जानकारी पुलिस से ही मिली।

2 जुलाई की रात को हुए एनकाउंटर के बाद दया शंकर अग्निहोत्री भाग गया था। अब वो पुलिस की चपेट में आ चुका है, उसे पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। उसने खुलासा किया है कि विकास दुबे को पुलिस में से ही ये अलर्ट आया था कि गुरुवार रात पुलिस पार्टी छापेमारी करने आ रही है।  

दया शंकर ने कहा कि विकास दुबे को स्थानीय चौबेपुर पुलिस थाने से फोन आया, जिसमें सूचना दी गई कि पुलिस पार्टी उनके गांव के घर में उन्हें गिरफ्तार करने आ रही है। इस अलर्ट ने गैंगस्टर को सतर्क कर दिया और उसे पर्याप्त समय दिया ताकि वह घात लगाकर पुलिस पर हमला कर सके, उसने लोगों को इकट्ठा किया और गोला-बारूद जमा किया। उसने 25-30 लोगों को बुलाया। उसने पुलिस कर्मियों पर गोलियां चलाईं। मैं मुठभेड़ के समय घर के अंदर बंद था इसलिए कुछ नहीं देखा।

वहीं कानपुर मुठभेड़ में आठ पुलिस कर्मियों की हत्या के बाद शक के घेरे में आए चौबेपुर के थानाध्यक्ष विनय तिवारी को निलंबित कर दिया गया है। कानपुर के पुलिस महानिरीक्षक मोहित अग्रवाल ने पत्रकारों को बताया, 'थानाध्यक्ष विनय तिवारी के ऊपर लग रहे आरोपों के बाद उन्हें निलंबित कर दिया गया है। इन आरोपों की जांच की गहन तरीके से जांच की जा रही है। अगर उनका या किसी भी पुलिसकर्मी का इस घटना से कोई संबंध निकला तो उसे न केवल बर्खास्त किया जाएगा बल्कि जेल भी भेजा जाएगा।' 

इसके अलावा कुछ पुलिसकर्मियों से भी पूछताछ की जा रही है ताकि यह जाना जा सके कि दुबे को उसके घर पर पुलिस की छापेमारी के बारे में पहले से खबर कैसे लगी जिससे उसने पूरी तैयारी के साथ पुलिस दल पर हमला किया।

इस बीच उत्तर प्रदेश पुलिस ने विकास दुबे की गिरफ्तारी के लिए इनामी राशि बढ़ा दी है। कानपुर जोन के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (ADGP) जय नारायण सिंह ने विकास दुबे की गिरफ्तारी पर पुरस्कार राशि 50,000 रुपए से बढ़ाकर 1 लाख रुपए कर दी है।

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