चौदहवीं का चांद हो या आफताब हो, जो भी हो तुम खुदा की कसम लाजवाब हो। इस शेर को कहने वाले के नाम से तो आप वाकिफ होंगे। जी हां, हम बात कर रहे हैं शकील बदायुनी की, जिन्होंने अपनी शायरी के दम पर खूब वाहवाही बटोरी। मंच से लेकर फिल्मी जगत तक अपना जलवा बिखेरने वाले शकील जिस मुशायरे में जाते, वहां महफिल लूट लेते थे। कद काठी संवरे हुए बाल और चेहरे की आभा से वे शायर कम फिल्मी कलाकार अधिक लगते थे। शकील साहब को मोहब्बत का शायर कहा जाता था। अब भी उनकी शायरी सुनी और गुनगुनाई जाती है। आज हम आपके लिए शकील बदायुनी की कुछ मशहूर शेर लेकर आए हैं।