Noida Traffic News: राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली से ग्रेटर नोएडा पश्चिम की ओर जाने वाले अब सावधान हो जाइए। इस रूट पर चलने वाले ट्रेफिक को अगले 3 सप्ताह तक परेशानी होगी। इसके पीछे की वजह यह है कि पर्थला गोलचक्कर पर एनडीए द्वारा बनाए जाने वाले केबल सस्पेंशन ब्रिज के निर्माण कार्य को गति देना है। इसके लिए नोएडा ट्रेफिक पुलिस ने ट्रेफिक डायवर्जन प्लान लागू किया है जो कि ब्रिज का निर्माण पूरा होने तक लागू रहेगा।
नियम लागू होने के बाद अब लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ेगा। इसे लेकर एनडीए कार्य वृत्त के सीनियर प्रबंधक मुकेश कुमार ने बताया कि ट्रैफिक रूट डायवर्जन के तहत लोग अब अपने वाहनों से सेक्टर-71 से 121 सोसायटी के पीछे बनीं रोड से पर्थला सर्किल होकर जा सकेंगे। उन्होंने बताया कि शिवालिक होम्स सोसायटी के पीछे बनीं रोड से 130 मीटर रोड होकर लोग अपने निर्धारित स्थान जा सकेंगे। इसी प्रकार यातायात व्यवस्था को सुचारू रखने के लिए कई वैकल्पिक मार्ग लोगों को सुझाए गए हैं।
सीनियर प्रबंधक मुकेश कुमार के मुताबिक प्रोजेक्ट की अंतिम तिथि 31 जुलाई है। मगर अब अगस्त माह में ही ये पूरा हो पाएगा। देरी के पीछे की वजह 121 होम्स सोसायटी की तरफ बनने वाले 287 मीटर रैंप का काम अभी शुरू ही नहीं हो पाया है। यहां लगे पेड़ों को अन्यत्र शिफ्ट करने का काम हो रहा है। इस बीच अगर बारिश हो जाती है तो निर्माण प्रभावित हो सकता है। उन्होंने बताया कि प्रोजेक्ट से जुड़ी कंपनी को ढांचे के निर्माण का काम आरंभ करने के निर्देश दे दिए गए हैं। इस ढांचे में तैयार पड़े करीब 14 सौ टन स्टील के सेगमेंट लगाने हैं।
एनडीए के मुताबिक इस मार्ग से रोजाना करीब 18 हजार वाहन गुजरते हैं। लोगों को टाइम से दफ्तर पहुंचने के लिए आधा से पौन घंटे पहले घर से निकलना पड़ता है। पर्थला से गोल सर्किल के बीच रोज जाम की स्थिति रहती है। अब ब्रिज बनने के बाद लोगों को ट्रेफिक जाम से निजात मिलेगी व समय की बचत होगी। वहीं इस मार्ग पर वाहनों की संख्या भी बढे़गी। एनडीए के मुताबिक ब्रिज शुरू होने के बाद नोएडा की 15 सोसायटी के वाशिंदों को इसका सीधा फायदा मिलेगा। इसके अलावा राजधानी दिल्ली, गाजियाबाद, ग्रेटर नोएड वेस्ट व हापुड़ जाने वाले ट्रेफिक को रेड लाइट पार करने की जरूरत नहीं पड़ेगी । एनडीए के मुताबिक दिसंबर 2020 में शुरू हुए इस प्रोजेक्ट पर लागत करीब 80 करोड़ आएगी। जिसमें 6 लेन के फ्लाईऑवर की लंबाई 494 मीटर होगी।