Greater Noida News: यूपी के ग्रेटर नोएडा की सदर तहसील में शनिवार को कुछ वकीलों ने तहसीलदार की पिटाई कर दी। एक आदेश की नकल नहीं मिलने पर हुए विवाद के बाद कुछ वकीलों ने तहसीलदार के ऑफिस का दरवाजा बंद कर तहसीलदार की पिटाई शुरू कर दी। शोर सुनकर आसपास के लोग कार्यालय पर पहुंचे तो दरवाजा बंद था, सुरक्षाकर्मी और तहसील के कर्मचारियों ने दरवाजा तोड़कर उनकी जान बचाई है। तहसीलदार के कपड़े फट गए और चोट भी आई है। तहसीलदार ने कुछ वकीलों पर पिटाई का आरोप लगाया है और छह के खिलाफ इकोटेक वन थाने में शिकायत दी है। शिकायत पर पुलिस मामले दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
तहसीलदार ने पुलिस को दी शिकायत बताया कि, शनिवार को जिलाधिकारी की अध्यक्षता में तहसील दिवस का आयोजन किया गया था। जिसके बाद मैं करीब साढ़े चार बजे अपने कार्यालय में बैठकर काम कर रहा था। उसी समय कैलाशपुर गांव के रहने वाले वकील अनिल भाटी, विनय चपराणा, अजहरुद्दीन सैफी, उज्जवल भाटी, तुषार भाटी और ठाकुर विजेंद्र सिंह को लेकर आए।
तहसीलदार ने आगे बताया कि, ये सभी मेरे कार्यालय कक्ष में घुसे और अंदर से दरवाजे की कुंडी को लगाकर मेरे साथ मारपीट करने लगे और जान से मारने की कोशिश की। जिसके बाद मैने शोर मचाया ये सब सुनकर बाहर से मेरा गार्ड सुनील सहित अन्य गार्ड ने मिलकर दरवाजा तोड़कर मेरी जान बचाई। अनिल भाटी जान से मारने की धमकी देते हुए अपने साथियों के साथ अपनी गाड़ी में बैठकर फरार हो गया। साथ ही सरकारी दस्तावेज उठाकर ले गए। दफ्तर की कई फाइलों को फाड़ दिया।
तहसीलदार की शिकायत पुलिस ने तहसीलदार का मेडिकल कराया है। उसके बाद अधिवक्ता अनिल भाटी, विनय चपराना, उज्ज्वल भाटी, तुषार भाटी, बिजेंद्र सिंह और अजुद्दीन के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। पुलिस का कहना है कि, मामला दर्ज कर जांच की जा रही है। बताया जा रहा है कि, आरोपियों ने एक आदेश की नकल लेने का आवेदन किया था। शनिवार को संपूर्ण समाधान दिवस में भी इसकी शिकायत की थी। अधिकारियों ने तहसीलदार को निर्देशित किया था कि, अगर किसी को इसमें आपत्ति है तो वही बात पत्र में लिखकर आवेदनकर्ताओं को दे दें।