Greater Noida News: शुरू होने से पहले ही अटक गया ग्रेटर नोएडा का ड्रीम प्रोजेक्ट फिल्म सिटी, ये रहा बड़ा कारण

Greater Noida News: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के ड्रीम प्रोजेक्ट फिल्म सिटी को झटका लगा है। दरअसल, इसके लिए पहली बार ग्लोबल टेंडर डाला गया था, जो तकनीकी कारणों की वजह से खोला नहीं जा सका।

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अटक गया ग्रेटर नोएडा का ड्रीम प्रोजेक्ट फिल्म सिटी 
मुख्य बातें
  • ग्रेटर नोएडा में सीएम योगी के ड्रीम प्रोजेक्ट को झटका
  • पहले दिन ही तकनीकी कारणों से नहीं खुला टेंडर
  • बुधवार शाम लखनऊ में की जाएगी इस संबंध में बैठक

Greater Noida News: यूपी के मुख्यमंत्री  योगी आदित्यनाथ के ड्रीम प्रोजेक्ट फिल्म सिटी के लिए पहली बार ग्लोबल टेंडर डाला गया, लेकिन तकनीकी कारणों से वह खोला नहीं जा सका। इसके लिए लखनऊ में पीपीपी बिड ईवैल्युवेशन कमेटी की बैठक की जाएगी। इसकी अध्यक्षता औद्योगिक विकास आयुक्त करेंगे। यमुना प्राधिकरण के सीईओ के अलावा इस बैठक में अपर मुख्य सचिव वित्त, अपर मुख्य सचिव न्याय, अपर मुख्य सचिव सूचना व अपर मुख्य सचिव नियोजन शिरकत करेंगे। अब परियोजना को लेकर नए सिरे से योजना बनाई जाएगी। फिल्म सिटी परियोजना के लिए बिडर नहीं आने से सलाहकार एजेंसी सीबीआरई सवालों के घेरे में आ गई है। बैठक नई सलाहकार एजेंसी का भी चयन किया जा सकता है।

यमुना विकास प्राधिकरण के सीईओ अरुणवीर सिंह ने बताया कि, यमुना प्राधिकरण के सेक्टर-21 में एक हजार एकड़ में फिल्म सिटी विकसित की जानी है। यमुना प्राधिकरण ने इस परियोजना के लिए सीबीआरई कंपनी को सलाहकार एजेंसी तय किया था। यह कंपनी ही टेंडर प्रक्रिया को करा रही थी जिसमें चयन से लेकर परियोजना के पूरा होने तक यह कंपनी काम करना था। इसके लिए कंपनी को 70 लाख रुपये से अधिक का भुगतान करना था। 

नहीं खोली जा सकती टेक्निकल बिड

सीईओ अरुणवीर सिंह ने बताया कि, फिल्म सिटी की बिड जब 4 तारीख को बिड खोली गई तो सिंगल बिड आई थी जिसमें लिखा गया था कि, बिड की फीस 2 लाख 36 हजार रुपए और 100 करोड़ की एनबी भी जमा की गई है। प्राधिकरण के फाइनेंस डिपार्टमेंट जब जांच की तो पाया कि, न तो बिड और ना ही फीस 100 करोड़ की एनबी भी जमा की गई है। सीईओ अरुणवीर सिंह ने बताया कि, ऐसी दशा में टेक्निकल बिड नहीं खोली जा सकती है केवल एक बिड आने से परियोजना के लिए चयनित की गई। अमेरिकन कंपनी सीबीआरआई पर सवाल खड़े हो गए हैं। पीपीपी बिड ईवैल्युवेशन कमेटी में इस पर कार्रवाई भी हो सकती है। इसके लिये लखनऊ में कमेटी की बैठक होनी है।
 

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