Jewar International Airport: जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट का निर्माण कार्य जोर शोर से चल रहा है। जेवर एयरपोर्ट के लिए किसानों की भूमि का अधिग्रहण किया गया था जिसके बदले अब प्रशासन ने भूखंड देने की शुरुआत कर दी है। जेवर एयरपोर्ट के अलावा काफी प्रोजेक्ट यमुना सिटी में आए हैं। जिसके लिए किसानों की जमीन का अधिग्रहण किया गया है। अब इन किसानों को काफी तेजी के साथ भूखंड देने की प्रिक्रिया की शुरुआत यमुना प्राधिकरण ने कर दी है। इस महीने में ही 2200 किसानों को आबादी भूखंड दिया जाएगा।
यमुना प्राधिकरण ने विभिन्न परियोजनाओं के जिन 29 गांवों के किसानों की जमीन अधिग्रहित की, उनको आबादी का भूखंड देने की प्रक्रिया तेज कर दी है। यमुना प्राधिकरण ने 29 गांवों के 2,200 किसानों से विभिन्न परियोजनाओं के लिए जमीन ली थी, उसमें से अब तक 18 गांवों के किसानों को 7 प्रतिशत आबादी की जमीन विभिन्न सेक्टर में आवंटित भी कर चुकी है।
आचार संहिता हटने के बाद होगी प्रक्रिया
यमुना प्राधिकरण के सीईओ डॉ.अरुणवीर सिंह ने बताया कि प्रदेश के विकास के लिए विभिन्न परियोजना के लिए जिले के 27 गांवों के किसानों की जमीन का अधिग्रहण करने के बाद मुआवजा दिया जा चुका है। मुआवजा के बाद यमुना प्राधिकरण किसानों से जितनी जमीन लेता है, उसका 7 प्रतिशत जमीन आबादी वाले इलाके में देता है। इसी कड़ी में अब 18 गांवों के किसानों को आबादी की भूमि आवंटित किया जा चुका है। बाकी गांवों के किसानों की सूची तैयार हो गयी है, चुनाव आचार संहिता हटते ही 31 मार्च तक इसका प्रकाशन करने के साथ इनको भी आवंटित कर दिया जाएगा।
हाई स्पीड बुलेट ट्रेन चलेगी
इसके अलावा बात की जाए तो जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट को हरियाणा और दिल्ली से जोड़ने के लिए भी कई प्रोजेक्ट पर काम किया जा रहा है। दिल्ली के सराय काले खान को जेवर एयरपोर्ट से जोड़ने के लिए हाई स्पीड बुलेट ट्रेन से जोड़ा जाएगा। जिसके द्वारा दिल्ली जेवर एयरपोर्ट तक का सफर मात्र 22 मिनट में तय कर पाएंगे। साथ ही जेवर एयरपोर्ट को हरियाणा से जोड़ने के लिए भी कई प्रोजेक्ट पर काम किया जा रहा है। अरुणवीर सिंह का कहना है कि गुड़गांव समेत हरियाणा के कई इलाकों को जोड़ने के लिए काम किया जा रहा है। ताकि दूसरे राज्यों के लोगों को जेवर एयरपोर्ट पहुंचने में आसानी रहे।