किसी भी राज्य की तरक्की में बेहतर शिक्षा और बेहतर शिक्षा बड़ा आधार माना जाता है। अगर बात देश के सबसे बड़े सूबे में से एक यूपी की करें तो पिछले पांच वर्षों में बदलाव आया है। यूपी में निवेश करने वालों की रुचि बढ़ रही है। उस दिशा में लखनऊ में ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी 3.0 ने लोगों के लिए प्रगति का एक नया अध्याय खोला है। यूपी के विकास में सहभागी होने की दिशा में फेलिक्स अस्पताल ने भी दो नये हॉस्पिटल्स की घोषणा की है। फेलिक्स अस्पताल के संस्थापक डी के गुप्ता ने बताया नए अत्याधुनिक अस्पतालों में बोन मैरो ट्रांसप्लांट, लीवर ट्रांसप्लांट, क्रिटिकल केयर, कॉर्डिएक सर्जरी, आईवीएफ, कैंसर, न्यूरो सर्जरी, मस्कुलोस्केलेटल डिसऑर्डर, चेस्ट सर्जरी और ईसीएमओ जैसी सभी सुविधाएं होंगी |
सेक्टर 137 और सेक्टर 75 में बनेंगे अस्पताल
फेलिक्स अस्पताल पहले से ही अपने मौजूदा हॉस्पिटल में एनएबीएल और एनएबीएच जैसे सभी मानकों का पालन कर रहा है और आने वाले अस्पताल भी इसी गाइडलाइंस के मुताबिक होंगे। ये दोनों अस्पताल नोएडा सेक्टर-137 और सेक्टर-75 में बनाए जाएंगे। अस्पताल की डायरेक्टर डॉ रश्मि गुप्ता ने बताया कि नये अस्पताल से 1100 से अधिक रोजगार के जरिए के अवसर सृजित होंगे। फेलिक्स हॉस्पिटल नोएडा सेक्टर 137 में 200 से अधिक बेड एवं नोएडा के सेक्टर 75 में 250 बेड और वर्तमान अस्पताल के बेड्स के साथ 700 बेड्स अस्पताल लोगों को अत्याधुनिक सेवाएं उपलब्ध करायेगा।
दिल्ली एनसीआर के साथ इंटरनेशनल पेशेंट के लिए भी खुलेंगे द्वार
अस्पताल के चेयरमैन डॉ डी. के गुप्ता ने बताया फेलिक्स अस्पताल स्थापना से ही जनता की भलाई के लिए कार्य करता आ रहा है। नए अस्पतालों के साथ इंटरनेशनल मरीजों के इलाज के लिए भी अस्पताल अपने द्वार खोलेगा। 250 करोड़ से अधिक के निवेश के साथ फेलिक्स हॉस्पिटल का विजन हेल्थकेयर फॉर ऑल है। उन्होंने कहा कि हमारा मकसद ना सिर्फ किफायती दर पर आम लोगों तक चिकित्सीय सेवाओं को मुहैया कराना है बल्कि रोजगार सृजन की दिशा में भी काम करना है।