E-Auction Of Property Of Noida Builders: गौतमबुद्ध नगर उत्तर प्रदेश का पहला ऐसा जिला होगा, जो बकाया वसूली के लिए बिल्डरों की प्रॉपर्टी की ई नीलामी के तहत पहले फेज में 70 करोड़ की वलसूली करेगा। जिला प्रशासन ने अब तक 36 डिफॉल्टर बिल्डरों की 70 करोड़ की प्रोपर्टी कुर्क कर ली है और इस प्रोपर्टी की सूची को जिले की तीनों प्राधिकरण को दे दिया गया है। फिलहाल प्राधिकरण के अधिकारी ई-नीलामी की प्रक्रिया में लगे हुए है ।
प्रशासन की इस कार्रवाई से उन बिल्डरों पर नकेल कसी जा सकेगी, जो खरीदारों को अपने घर के सपने दिखाते हैं और उनसे पैसे हड़पकर भी उन्हें उनकी संपत्ति नहीं दिलाते। कई बिल्डर ऐसे हैं, जो ग्राहकों से प्रॉपटी दिलाने के नाम पर पैसे लेकर फरार हो जाते हैं। नोएडा और ग्रेटर नोएडा में ऐसे 36 बिल्डरों पर अब प्रशासन कार्रवाई करेगा और उनकी 70 करोड़ की संपत्ति की नीलामी कर खरीदारों को उनका पैसा वापस दिलाएगा। इससे खरीदारों में एक उम्मीद जगी है। आने वाले समय में माना जा रहा है कि ई-नीलामी से हजारों खरीदारों को उनका पैसा वापस मिल पाएगा।
नोएडा और ग्रेटर नोएडा के बिल्डरों की वादा खिलाफी और जालसाजी से परेशान हजारों निवेशकों की यूपी रेरा में सुनवाई चल रही है। यूपी रेरा ने सुनवाई के बाद अब तक 250 डिफॉल्टर बिल्डरों की RC जारी की है। इन RC के बाद जिला प्रशासन अब तक 36 बिल्डरों की करीब 70 करोड़ की संपत्ति कुर्क कर चुका है और कुर्क की गई संपत्ति की सूची ई-नीलामी के लिए जिले की तीनों प्राधिकरण को दे दी गई है। जिसके बाद प्राधिकरण ई-नीलामी की कार्यवाई में जुट गया है। जल्द ही ई-नीलामी की प्रक्रिया पूरी कर ली जाएगी । साथ ही जिला प्रशासन के अधिकारियों का कहना है कि आगे भी ये कार्यवाही जारी है। जिला प्रशासन के इस प्रयास से करीब 10 सालों से परेशान निवेशकों को बड़ी राहत मिलेगी।