Greater Noida Janata Ki Thali : सेवा भाव के उद्देश्य लिए जनता की थाली की शुरुआत हुई है। ग्रेटर नोएडा की सामाजिक संस्था नेफोवा ने एक बार फिर 'जनता की थाली' शुरू कर दी है। वैसे तो 'जनता की थाली' को करीब 4 साल पहले शुरू किया गया, लेकिन कोरोना संक्रमण के कारण इसको रोक दिया गया।
आज जब सभी चीजें पटरी पर आने लगी है तो, नेफोवा ने एक बार फिर 'जनता की थाली' शुरू कर दी है। अब केवल 5 रुपए में लोगों को भरपेट खाना मिल जाता है। नेफोवा के सदस्य विकास कटियार और सुमित गुप्ता ने बताया कि, जनता की थाली करीब 4 साल पहले शुरू की गई थी।
सैकड़ों लोगों ने खाया पहले दिन
कोरोना काल के बाद शुरू हुई जनता की थाली जरूरतमंद लोगों के लिए वरदान से कम नहीं है। इसका उद्देश्य जरूरतमंद लोगों को शुद्ध भोजन खिलाना है। पिछले 2 सालों से कोविड-19 के कारण जनता की थाली बंद हो गई थी, लेकिन एक बार फिर आज इसकी शुरुआत की गई है। आज खाने में छोले चावल, अचार और लड्डू थे। करीब 200 लोगों ने 5 रुपए में भरपेट खाना खाया।
कैसे तैयार होता है भोजन
नेफोवा की सदस्य ज्योति जयसवाल ने बताया कि, जनता की थाली का खाना इको विलेज-2 हाउसिंग सोसायटी में बनाया जाता है। वहां पर कच्चा राशन और सब्जियां इको विलेज-2 के निवासी उपलब्ध करवाते हैं। सुमिल जलोटा ने बताया कि, नेफोवा के सदस्य राशन का बंदोबस्त करते हैं और सुपरटेक इको विलेज-2 हाउसिंग सोसायटी तक पहुंचाते हैं। उसके बाद वहां पर खाना बनाया जाता है।
खाना खाने वालों में मजदूर वर्ग की संख्या अधिक
आज पहले दिन बड़ी संख्या में मजदूरों और जरूरतमंदों ने खाना खाया। इस दौरान 'जनता की थाली' का खाना बांटने में नेफोवा टीम से रंजना भरद्वाज, संगीता, पल्लवी गुप्ता, संध्या, शिप्रा गुप्ता, शशि बाला अजय सिंह, राजकुमार, देवेश चहल, सागर गुप्ता, समीर भरद्वाज और विनीत जैन आदि लोग मौजूद रहे।