Greater Noida Authority News: आगामी जून माह में प्रस्तावित ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी के मद्देनजर ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के सीईओ सुरेन्द्र सिंह ने मंगलवार को औद्योगिक, संस्थागत व वाणिज्यिक आवंटियों के साथ बैठक की। उनसे उद्योग लगाने में आ रही कठिनाइयों पर फीडबैक लिया। इस बैठक में 42 से अधिक आवंटियों ने हिस्सा लिया। सीईओ ने एक-एक आवंटी से बात की। उनसे अड़चनों के बारे में जानकारी प्राप्त की। संबंधित अधिकारियों से उन अड़चनों को तत्काल दूर करने के निर्देश दिए। जिन उद्यमियों को लीज प्लान मिलने में समय लग रहा है, उनकोे 24 घंटे के भीतर लीज प्लान जारी करने के निर्देश दिए। ऐसा न करने वाले अधिकारियों व कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई की चेतावनी दी।
सीईओ ने मैप स्वीकृति में देरी पर भी नाराजगी जाहिर की। कुछ उद्यमियों ने आवंटित भूखंडों में से मिट्टी खनन की शिकायत की। सीईओ ने परियोजना व औद्योगिक विभाग को निर्देश दिए कि मिट्टी खनन करने वालों की पहचान कर एफआईआर दर्ज कराएं। ऐसे लोगों को जेल भिजवाया जाएगा।
सीईओ ने उड़िया भवन को बिजली कनेक्शन में देरी करने पर एनपीसीएल को कड़ी फटकार लगाई। एक औद्योगिक आवंटी की शिकायत पर पुरानी नहर को बंद करके नई नहर से पानी की सप्लाई न शुरू करने पर सिचाई विभाग को फटकार लगाई और नई नहर को तत्काल शुरू करने के निर्देश दिए। सुरेन्द्र सिंह ने जीएम प्रोजेक्ट को औद्योगिक सेक्टरों को विकसित करने में लापरवाही बरतने वाले ठेकेदारों के खिलाफ कार्रवाई करने के निर्देश दिए।
सीईओ ने इन आवंटियों के साथ हर माह नियमित तौर पर बैठक करने और अगले सप्ताह इन आवंटियों के भूखंडों का मौके पर जाकर मुआयना करने की बात कही। बैठक में प्राधिकरण के एसीईओ दीप चंद्र, ओएसडी सौम्य श्रीवास्तव, महाप्रबंधक परियोजना एके अरोड़ा, ओएसडी संतोष कुमार के अलावा कई कंपनियों, संस्थागत व वाणिज्यिक के प्रतिनिधि मौजूद रहे।
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के सीईओ सुरेन्द्र सिंह ने बताया कि आवंटियों से आग्रह किया कि निर्माण कार्यों के लिए एसटीपी से शोधित पानी का ही इस्तेमाल करें। निर्माण कार्यों के लिए भूजल न निकालें। मंगलवार को बैठक में सीईओ ने कहा कि पश्चिमी उत्तर प्रदेश में भूजल स्तर तेजी से नीचे जा रहा है। अगर इसे रोकने के कदम न उठाए गए तो भविष्य में पानी के संकट का सामना करना पडे़गा। सीईओ ने सभी ग्रेटर नोएडावासियों से पानी को बचाने की अपील की।