Greater Noida Authority : ग्रेटर नोएडा के निवासियों को पानी के भी पैसे देने होंगे। ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण शहर में पानी के स्मार्ट मीटर लगाने की पहल को तेजी से आगे बढ़ा रहा है। अब शहर के लोगों को बिजली के बिल की तरह पानी का बिल भी देना होगा। आपको बता दें कि, अब से पहले भी इस योजना पर काम किया गया था, लेकिन मीटर नहीं लग पाए।
अब प्राधिकरण ने एक बार फिर इस योजना पर काम करना शुरू किया है। इस योजना के पहले चरण में बड़े आवंटियों के यहां पानी के स्मार्ट मीटर लगाए जाएंगे। इस के लिए प्राधिकरण ने फंड भी जमा कर लिया है।
पानी के लिए कितना शुल्क देना होगा ये अभी तय नहीं
मीटर लगने के बाद से लोगों को बिजली के बिल की तरह पानी इस्तेमाल करने के पैसे देने होंगे। जल मीटर के द्वारा पानी के खर्च के हिसाब से ही प्रत्येक व्यक्ति से शुल्क वसूल किया जाएगा। फिलहाल प्राधिकरण द्वारा पानी के लिया कितना शुल्क लिया जायगा, यह अभी तय नहीं किया गया है। इसी के साथ जल्द ही मीटर लगाने का कार्य शुरू कर दिया जाएगा।
400 बड़े आवंटियों के यहां मीटर लगाने की तैयारी
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण निवासियों के लिए पानी की बेहतर आपूर्ति के लिए लगातार प्रयास कर रहा है। अभी तक केवल 60 हजार पानी के कनेक्शन है। प्राधिकरण द्वारा पानी के मीटर लगाए जाने के बाद जल मूल्य वसूला जाएगा। बिजली मीटर की तरह ही जल मीटर लगाए जाएंगे। ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की योजना है कि, सबसे पहले बड़े आवंटियों के यहां पानी के मीटर लगाए जाएंगे। इसकी शुरुआत 400 बड़े आवंटियों के यहां मीटर लगाने से की जाएगी।
जल मीटर की योजना पर पहले भी हुआ था काम पर मीटर नहीं लगे
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की बोर्ड बैठक में मंजूरी दे दी गई है। साथ ही इस योजना के लिये 20 करोड़ के फंड का इंतजाम भी कर दिया गया है। योजना के दूसरे चरण में छोटे आवंटियो के यहां पानी के स्मार्ट मीटर लगेंगे। ग्रेटर नोएडा विकास प्राधिकरण ने जल मीटर योजना पर पहले भी काम किया था। लेकिन मीटर नहीं लगा पाए थे। कुछ मीटर तो नलकूप के स्टोर रूम में रखे मिले थे। जिसकी जांच ओसीडी विभाग को सौंपी गई थी।
पाइप लाइन से गांव में पानी की आपूर्ति
प्राधिकरण, लोगों को भूमिगत जल की आपूर्ति भी कराता है। इसके लिए करीब 200 नलकूप लगाए गए हैं। जिनके द्वारा जल की आपूर्ति की जाती है। प्राधिकरण पाइप लाइन के द्वारा गांव में भी जल पहुंचाने की कोशिश कर रहा है, लेकिन यह अभी नलकूप से नहीं जुड़ पाए हैं। जिन्हें अब जल्द ही नलकूप से जोड़ा जाएगा। इससे ग्रामीणों को भी पाइप लाइन के द्वारा पानी की आपूर्ति होगी।