Patna: भाजपा कार्यकर्ताओं ने पप्पू यादव की पार्टी के लोगों को दौड़ा दौड़ाकर पीटा, देखें-VIDEO

बताया जा रहा है कि कृषि सुधार से जुड़े विधेयकों का विरोध करते हुए जेएपी के कार्यकर्ता भाजपा के ऑफिस में दाखिल होने की कोशिश कर रहे थे। इसी दौरान दोनों पक्षों के बीच विवाद शरू हो गया।

BJP workers beat up workers of Pappu Yadav's Jan Adhikar Party (JAP) in Patna
भाजपा कार्यकर्ता ने पप्पू यादव की पार्टी के लोगों को दौड़ा दौड़ाकर पीटा।  |  तस्वीर साभार: ANI
मुख्य बातें
  • पटना में कृषि सुधार विधेयकों का विरोध कर रहे थे जेएपी के कार्यकर्ता
  • विवाद बढ़ने के बाद भाजपा कार्यकर्ताओं ने उन्हें दौड़ा दौड़ा कर पीटा
  • कृषि सुधार से जुड़े विधेयकों का विपक्ष कर रहा है विरोध, किसान भी सड़क पर

पटना : चुनाव आयोग जशुक्रवार को जिस समय बिहार विधानसभा चुनाव के लिए चुनाव कार्यक्रम की घोषणा कर रहा था उस समय पटना की सड़कों पर दूसरा ही नजारा दिखाई दिया। यहां भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के कार्यकर्ताओं ने पप्पू यादव की पार्टी जन अधिकार पार्टी (जेएपी) के कार्यकर्ताओं को सड़क पर दौड़ा दौड़ाकर लाठी-डंडे से पिटाई की। बताया जा रहा है कि कृषि सुधार से जुड़े विधेयकों का विरोध करते हुए जेएपी के कार्यकर्ता भाजपा के ऑफिस में दाखिल होने की कोशिश कर रहे थे।

इसी दौरान दोनों पक्षों के बीच विवाद शरू हो गया। धीरे-धीरे इस विवाद ने मारपीट का रूप ले लिया। इस घटना का जो वीडियो सामने आया है उसमें भाजपा के कार्यकर्ता लाठी डंडों से जेएपी के कार्यकर्ताओं की पिटाई करते हुए दिख रहे हैं। समझा जाता है कि बिहार विधानसभा चुनाव के दौरान कृषि सुधार से जुडे़ विधेयकों का मुद्दा जोर पकड़ेगा। विपक्ष की पार्टियां इस मुद्दे पर एनडीए को कठघरे में खड़ा करने की कोशिश करेगा।

कृषि से जुड़े इन विधेयकों का देश भर में विरोध हो रहा है। पटना में राष्ट्रीय जनता दल (राजद) नेता तेजस्वी प्रताप यादव भी इन विधेयकों का विरोध करते नजर आए। तेजस्वी ने विरोध का नया तरीका निकालते हुए पटना की सड़कों पर समर्थकों के साथ ट्रैक्टर चलाया। उनके साथ तेज प्रताप यादव भी थे जो ट्रक के छज्जे पर बैठे थे। विधेयक का विरोध करते हुए तेदस्वी ने कहा, 'सरकार ने अन्नदाता को कठपुतली बना दिया है। ये विधेयक किसान विरोधी हैं। सरकार ने कहा है कि वह 2022 तक किसानों की आय दोगुनी करेगी लेकिन ये विधेयक उन्हें और गरीब बनाएंगे।'

विपक्ष का आरोप है कि इन विधेयकों के लागू हो जाने के बाद मंडियां और एमएसपी व्यवस्था धीरे-धीरे समाप्त हो जाएगी। विपक्ष का यह भी कहना है कि इससे कृषि पर कॉरपोरेट का कब्जा हो जाएगा। वहीं, सरकार ने विपक्ष की आशंकाओं को खारिज करते हुए कहा कि इस नई व्यवस्था से किसानों की आय में इजाफा होगा। सरकार ने कहा है कि एमएसपी व्यवस्था पहले की तरह आगे भी जारी रहेगी। किसान संगठनों ने इन विधेयकों के खिलाफ 'भारत बंद' का आह्वान किया है। पंजाब में किसान तीन दिनों का 'रेल रोको' आंदोलन चलाया है। 

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