पटना : कोरोना वायरस पूरे देश में कहर बरपा रहा है, जिससे बिहार भी अछूता नहीं है। यहां संक्रमण का आंकड़ा 9 हजार को पार कर गया है, जबकि 50 से अधिक लोगों की अब तक जान जा चुकी है। इस बीच राज्य में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अगुवाई वाली सरकार में पिछड़ा एवं अति पिछड़ा वर्ग कल्याण मंत्री विनोद कुमार सिंह और उनकी पत्नी को भी कोरोना पॉजिटिव पाया गया है, जिसके बाद उन्हें कटिहार के एक आइसोलेशन वार्ड में क्वारंटीन किया गया है।
मंत्री और उनकी पत्नी का कोरोना टेस्ट रिजल्ट रविवार को आया, जिसमें उन्हें पॉजिटिव पाया गया। कटिहार के एक होटल में आइसोलेशन वार्ड बनाया गया है। विनोद कुमार सिंह प्राणपुर से बीजेपी के विधायक हैं और रविवार को ही वह राज्य की राजधानी पटना से कटिहार लौटे। उनके नमूनों की जांच पटना में ही की गई। मंत्री के मुताबिक, जब उन्हें टेस्ट रिपोर्ट के बारे में पता चला तो वह सबसे पहले कटिहार मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल गए और फिर होटल के आइसोलेशन वार्ड।
मंत्री के कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के बाद यहां प्रशासन में हड़कंप मचा हुआ है। बताया जा रहा है कि दो दिन पहले ही उन्होंने राज्य सचिवालय में हुई एक बैठक में भी हिस्सा लिया था। प्रशासन इसकी तस्दीक करने में जुटा है कि मंत्री के संपर्क में कौन-कौन लोग आए। इससे पहले 22 जून को बीजेपी विधायक जिबेश कुमार मिश्रा और आरजेडी के वरिष्ठ नेता रघुवंश प्रसाद सिंह के भी कोरोना पॉजिटिव होने की बात सामने आई थी। हालांकि नीतीश मंत्रिमंडल में यह कोरोना संक्रमण का पहला केस है।
यहां उल्लेखनीय है कि बिहार में कोरोना वायरस संक्रमण के कुल मामले 9,117 हो चुके हैं, जबकि 58 लोगों की अब तक इस घातक संक्रमण से जान जा चुकी है। राज्य में रविवार को कोविड-19 के 138 नए केस सामने आए हैं। राज्य के 38 जिलों से कोरोना वायरस संक्रमण की रिपोर्ट सामने आई है, जिसमें सबसे अधिक मामले राजधानी पटना में हैं। राज्य में रिकवरी रेट लगभग 78 प्रतिशत बताया है, जो राष्ट्रीय औसत 58.14 फीसदी से कहीं अधिक है। राज्य में अब तक दो लाख से अधिक नमूनों की जांच की जा चुकी है।
पढ़िए Patna के सभी अपडेट Times Now के हिंदी न्यूज़ वेबसाइट -Times Now Navbharat पर। साथ ही और भी Hindi News के लिए हमें गूगल न्यूज़ पर फॉलो करें।