Patna Health Center: पटना जिले के सरकारी अस्पतालों और स्वास्थ्य केंद्रों में डॉक्टरों और कर्मचारियों की मनमानी नहीं चलेगी। यहां की हर छोटी-छोटी चीजों की भी समीक्षा जिला स्तर पर जा रही है। जिलाधिकारी डॉ. चंद्रशेखर सिंह ने सभी अस्पताल प्रभारियों को सख्त हिदायत दी है कि, लापरवाही करने पर संबंधित कर्मचारी पर गाज गिरेगी। डीएम ने कहा कि, लगातार शिकायत आ रही है कि, अस्पतालों के लैंडलाइन नंबर पर कॉल करने पर फोन रिसीव नहीं किया जाता है। अब ऐसा हुआ तो अस्पताल प्रभारी और कर्मियों पर कार्रवाई की जाएंगे।
डीएम ने कहा कि, लैंडलाइन पर फोन नहीं उठाने का सीधा मतलब है कि, जानबूझकर मरीजों या परिजनों की अनदेखी की जा रही है। अब अस्पतालों के डॉक्टरों और पैरा मेडिकल स्टाफ की उपस्थिति की जांच की जाएगी। डीएम ने सभी लोगों को बेहतर चिकित्सा सुविधा मुहैया कराने के लिए संवेदनशील होने की बात कही। आगे कहा कि, मरीजों को बेहतर इलाज देना हमारी प्राथमिकता है।
जिलाधिकारी डॉ. चंद्रशेखर सिंह ने सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी), प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (पीएचसी), उप स्वास्थ्य केंद्र (एपीएचसी), रेफरल और अनुमंडलीय अस्पताल, जिला अस्पतालों को टीकाकरण, परिवार नियोजन, संस्थागत प्रसव, प्रसव पूर्व देखभाल आदि के लक्ष्य पूरा करने के लिए कहा।
डीएम ने बताया कि, ओपीडी संचालन में पंडारक, पटना सदर, अथमलगोला, मनेर, बाढ़ के स्वास्थ्य केंद्रों का बेहतर प्रदर्शन है। आईपीडी संचालन में दुल्हिन बाजार, बाढ़, बिहटा, दनियावां का अच्छा प्रदर्शन रहा है। वहीं, एंटी नेटल केयर निबंधन में फतुहा, बाढ़, फुलवारी, दानापुर एवं घोसवरी का अच्छा प्रदर्शन रहा है। पहली तिमाही में एएनसी में खुसरुपुर, बाढ़, फतुहा, घोसवरी और दानापुर का बेहतर प्रदर्शन मिला। चौथी एएनसी में बाढ़, बेलछी, पालीगंज, मनेर, बिक्रम का अच्छा काम दिखा है। संस्थागत प्रसव कराने में दनियावां, संपतचक, बाढ़, मोकामा और बख्तियारपुर में अच्छा काम हुआ है।
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