पटना। बिहार विधानसभा के पहले चरण के चुनाव के लिए अधिसूचना जारी हो चुकी है। हर किसी की निगाह टिकी है कि एनडीए और महागठबंधन में किससे हिस्से में कितनी सीट जाएगी। इस विषय पर एनडीए अभी पशोपेश में है लेकिन महागठबंधन की तस्वीर साफ हो चुकी है। राजद नेता तेजस्वी यादव ने सीटों की संख्या के बारे में ऐलान करते हुए कहा कि बिहार में बदलाव के लिए हम सब एकजुट हैं और किसी तरह का मतभेद नहीं है
महागठबंधन में सीटों पर समझौता
महागठबंधन के घटक दलों में आरजेडी सबसे ज्यादा 144 सीटों पर चुनाव लड़ेगी जबकि कांग्रेस 70 और अन्य घटक दल 29 सीट पर चुनाव लड़ेंगे। तेजस्वी यादव ने कहा कि सीटों को लेकर एनडीए में रार है जो किसी से छिपी नहीं है, हमारे यहां सीटों को लेकर किसी तरह का मतभेद नहीं था। सीटों को जीतने के क्रम में विचार मंथन में समय लगा और उस तरह का मंथन बिहार के हित में ही है।
महागठबंधन में सीटों का बंटवारा
कांग्रेस के लिए क्या सिर्फ 70 सीट अहम
अगर कांग्रेस को आवंटित 70 सीटों की बात करें तो एक सवाल उठता है कि क्या 70 सीटों के लिए ही कांग्रेस आरजेडी पर दबाव बना रही थी। क्या 70 की संख्या में कांग्रेस को सीट नहीं मिलती तो महागठबंधन का हिस्सा नहीं होती। इस सवाल का जवाब तलाशने से पहले तेजस्वी यादव ने एक बात और कही कि हमारे साथ रहने का मूल आधार धर्मनिरपेक्षता है, बीजेपी की सांप्रदायिक नीतियों का सामना करना ही हमारा सबसे बड़ा मकसद है।
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