Monsoon Preparation: पटना शहर के इन 11 इलाकों में तैनात होगी विशेष टीम, बरसात में हैं अतिसंवेदनशील

Patna water logging: पटना में दो हफ्ते बाद मानसून दस्तक दे सकता है। ऐसे में राजधानी वासियों को जलभराव से निजात को लेकर तमाम तैयारियां जारी हैं। इसी कड़ी में शहर के अतिसंवेदनशील जगहों को चिह्नित किया गया है। जहां बरसात में भारी जलभराव होता है। इससे बचाव एवं निजात दिलाने के लिए विशेष टीम भी बनाई जाएगी।

Preparations to deal with waterlogging in Patna
पटना में जलभराव से निपटने की तैयारी  |  तस्वीर साभार: Twitter
मुख्य बातें
  • पाटलिपुत्रा, कंकड़बाग, पटना सिटी समेत कई मोहल्ले अतिसंवेदनशील
  • 11 वार्डों के इलाकों में 24 घंटे सक्रिय रहेगी विशेष टीम
  • हफ्ते भर बाद रात 12 बजे व्यवस्था का होगा मॉकड्रिल

Patna Municipal Corporation: पटना को इस मानसून में जलजमाव से बचाने के लिए नगर निगम ने दो विशेष कार्य किए हैं। एक अतिसंवेदनशील इलाकों को चिह्नित किया है। दूसरा इन इलाकों में बचाव एवं जलभराव से निजात दिलाने के लिए विशेष टीम का गठन। यह टीम इन 11 इलाकों में 24 घंटे बिल्कुल अलर्ट मोड पर रहेगी। दरअसल, पटना नगर निगम ने शहर के 11 वार्डों के अलग-अलग क्षेत्रों को अतिसंवेदशील माना है। इन इलाकों में पाटलिपुत्र कॉलोनी, कंकड़बाग, पटना सिटी समेत कई पुराने मोहल्ले हैं। 

इस बारे में नगर आयुक्त अनिमेष पराशर ने बताया कि वह विशेष टीम और अतिसंवेदनशील इलाकों की खुद मॉनिटरिंग करेगी। एक सप्ताह बाद रात 12 बजे इन इलाकों में जलभराव से निजात को लेकर मॉकड्रिल किया जाएगा। जल निकासी की पूरी तैयारी की जांच की जाएगी। 

भारी बारिश होने पर भी अधिकतम 10 घंटे में होगी जल निकासी

नगर आयुक्त अनिमेष पराशर ने बताया कि शहर में भारी बारिश होने के बाद भी जलभराव को अधिकतम 10 घंटे के अंदर खत्म करना है। पिछले कई साल से यह समय 12 से 15 घंटे तय था। जितनी जल्दी जल निकासी होगी, उतनी ही लोगों को कम परेशानी होगी। इसलिए पहले अतिसंवेदनशील इलाकों को चिह्नित किया गया है। इन इलाकों का चयन पिछले कई साल के अनुभव और अध्ययन के बाद हुआ है।  

100 प्रतिशत हो नाला उड़ाही का काम

नगर आयुक्त ने कार्यपालक पदाधिकारियों को निर्देश जारी किया है कि हर हाल में इस बार सभी वार्डों में 100 प्रतिशत नाला उड़ाही का काम होना चाहिए। हर दिन सुबह कार्यपालक पदाधिकारी अपने क्षेत्र में इस कार्य का निरीक्षण करेंगे। जल निकासी में आ रही परेशानी, नाला उड़ाही की गुणवत्ता और तकनीकी पहलुओं की जांच भी अधिकारियों द्वारा विशेष रूप से की जाएगी। सभी अंचलों को कच्चा नाला निर्माण और पंप द्वारा जल निकासी की व्यवस्था के लिए पर्याप्त संसाधन उपलब्ध कराए गए हैं। 

इन वार्डों में है जलभराव की समस्या 

अजीमाबाद अंचल के वार्ड नंबर 56 और 54, पटना सिटी अंचल के वार्ड नंबर 68, पाटलिपुत्र अंचल के वार्ड नंबर 22 बी और 8, नूतन राजधानी अंचल के वार्ड नंबर 9 और 21, बांकीपुर अंचल के वार्ड नंबर 47 और 43, कंकड़बाग अंचल के वार्ड नंबर 55 और 30। 

पढ़िए Patna के सभी अपडेट Times Now के हिंदी न्यूज़ वेबसाइट -Times Now Navbharat पर। साथ ही और भी Hindi News के लिए हमें गूगल न्यूज़ पर फॉलो करें।

अगली खबर