Patna News: बिहार के पुर्णिया जिले में प्यार का एक अनोखा मामला सामने आया है। जिले के नगर थाना क्षेत्र के गनेशपुर डहरिया आदिवासी टोला के लोग लंबे समय से बिजली कटौती से परेशान थे। गांव की बिजली बगैर आंधी तूफान के अपने आप 3 से 4 घंटे के लिए गायब हो जाती, जबकि पड़ोस के गांव उस समय भी रोशन रहते। बिजली के इस आंख मिचौली से परेशान लोग भीषण गर्मी में सरकार को कोस रहे थे। हालांकि बिजली कटौती का यह रहस्य ज्यादा दिन तक छुप नहीं पाया और सबके सामने आ गया। जिसे भी इस बिजली कटौती का कारण पता चला, वहीं हैरान रह गया।
दरअसल, परोरा गांव का रहने वाला बिजली मिस्त्री सुरेंद्र राय का आदिवासी जमाई टोला गांव की एक आदिवासी युवती से प्रेम प्रसंग चल रहा था। इस बिजली मिस्त्री को जब भी युवती से मिलने का मन करता तो वह पहले बिजली काटकर पूर गांव में अंधेरा कर देता और फिर अंधेरे का फायदा उठाकर चुपके से अपनी प्रेमिका के पास चला जाता और फिर दोनों बिना किसी के डर के मिलते थे। उसके बाद प्रेमी वापस आकर फिर से बिजली सप्लाई को जोड़ देता।
दोनों का यह प्रेम प्रसंग चलता रहता और इनके कारण पूरा गांव परेशान होता रहता, लेकिन यह ज्यादा दिन नहीं चल पाया और इसके बारे में पड़ोसी को भनक लग गई। जिसके बाद उसने गांव के लोगों को बता दिया। फिर सभी लोगों ने मिलकर दोनों को एक साथ पकड़ने का प्लान बनाया। इसके बाद रात में जैसे ही बिजली कटी लोगों को पता चल गया कि, फिर दोनों मिलने वाले है। इसके बाद दर्जनों ग्रामीणों ने युवती के घर के आसपास डेरा डाल दिया। जैसे ही बिजली मिस्त्री युवती के घर मे घुसा ग्रामीणों ने दोनों को रंगे हाथ पकड़ लिया। इसके बाद ग्रामीणों ने दोनों का सर मुड़वाकर और जूते चप्पल की माला पहनाकर पूरे गांव में घुमाया गया। ग्रामीणों ने कहा कि, दोनों को इस तरह सजा देने का उद्देश्य यह था कि इसके बाद कोई इस तरह की गलती न करे। इस घटना के बाद गांव के मरर राम मुर्मू के निर्देश पर दोनों की आदिवासी रीति रिवाज से शादी करा दी गई।
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