Patna Tumor Surgery: राजधानी पटना में डॉक्टर्स की सूझबूझ से एक बच्चे को जीवनदान मिल गया है। यहां डॉक्टर्स ने दो साल के बच्चे के पेट से पांच किलो का ट्यूमर (सिस्ट) निकला गया है। बच्चे के पेट का आकार जन्म से ही काफी बढ़ा हुआ था। पिछले एक साल से अलग-अलग अस्पतालों में यह मानकर उसका इलाज किया गया कि बच्चे के पेट में पानी भरा हुआ है। इसे मेडिकल साइंस में 'एसाइटिस' कहा जाता है, लेकिन बीमारी का सही डायग्नोसिस नहीं होने की वजह से दवाओं का कोई असर नहीं हो रहा था।
अब शहर के एलसीटी घाट स्थित एक अस्पताल में बच्चे के पेट की सर्जरी कर ट्यूमर को बाहर निकाल दिया गया है। डॉ. ओम पूर्वे के नेतृत्व में डॉक्टर्स की टीम ने दो घंटे की जटिल सर्जरी के बाद बच्चे के पेट से ट्यूमर निकाल दिया है। डॉ. ओम पूर्वे का कहना है कि अंश छपरा का रहने वाला है। उसका पेट बैलून की तरह पूरा फूला हुआ था।
अस्पताल के शिशु रोग विभाग के हेड डॉ. विनय रंजन ने बच्चे की जांच की। उन्होंने जब बच्चे के पेट का सीटी स्कैन करवाया तो उसके पूरे पेट में विशाल आकार का ट्यूमर पाया गया। इसे ओमेंटल सिस्ट कहा जाता है, जिससे हीमोग्लोबिन गिरकर 3 ग्राम हो चुका था। बच्चे को निशुल्क पांच यूनिट खून चढ़ाया गया। हीमोग्लोबिन 10 ग्राम तक पहुंचने पर ओपन सर्जरी की गई। अंश के पेट की सर्जरी डॉ. ओम पूर्वे, डॉ. पुलक तोष, डॉ. राकेश, डॉ. गीता और डॉ. चंदन ने की है। इन सभी को अस्पताल के निदेशक डॉ. एनआर विश्वास ने बधाई दी।
पेट में जलन, पेट फूलना और अपच, थकान महसूस करना, लगातार कमजोरी, भूख नहीं लगना, वजन कम होना, हीमोग्लोबिन में कमी (एनीमिया), पेट में बेचैनी या दर्द, मल में लाल खून का धब्बा या काले रंग का मल, थोड़ी मात्रा में भोजन करने के बाद पेट भरा महसूस होना, मतली और उल्टी (रक्त के साथ या इसके बिना), पेट के ऊपरी हिस्से में परेशानी होना आदि पेट में ट्यूमर होने के लक्षण हैं।
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