हैदराबाद : भारतीय अंतरिक्ष शोध संगठन (ISRO) ने बुधवार (28 नवंबर) को PSLV-C47 को लॉन्च किया, जिसके जरिये पृथ्वी के चित्रण और मानचित्रण उपग्रह 'कार्टोसैट-3' के साथ-साथ अमेरिका के 13 अन्य छोटे उपग्रहों को भी प्रक्षेपित किया गया। कार्टोसैट-3 के लॉन्च के लिए 26 घंटे की उल्टी गिनती मंगलवार सुबह 7:28 बजे ही शुरू हो गई थी। इसे सुबह 9:28 बजे प्रक्षेपित किया गया।
कार्टोसैट-3 उपग्रह को श्रीहरिकोटा सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र के दूसरे लॉन्च पैड से प्रक्षेपित किया गया। यह कार्टोसैट श्रृंखला का 9वां उपग्रह है। वहीं, जिस पीएसएलवी-सी47 के जरिये इसे प्रक्षेपित किया जाएगा, उसकी यह 49वीं उड़ान है। यह कार्टोसैट-3 के साथ-साथ अमेरिका के वाणिज्यिक उद्देश्य वाले 13 छोटे उपग्रहों को भी अंतरिक्ष में ले गया है।
कार्टोसैट-3 तीसरी पीढ़ी का उन्नत उपग्रह है, जिसका प्रक्षेपण 22 जुलाई, 2019 को हुए चंद्रयान -2 के प्रक्षेपण के बाद हुआ है। इसमें हाई रिजोल्यूशन की तस्वीरें लेने की क्षमता है, जिससे शहरी नियोजन, ग्रामीण संसाधन और बुनियादी ढांचे के विकास, तटीय भूमि के उपयोग से जुड़ी जानकारियां सामने आने की उम्मीद है। इसका जीवनकाल 5 साल का है, जो 1,625 किलोग्राम वजनी है।