चंद्र ग्रहण खगोलीय दुनिया की एक अहम घटना है जिसमें चंद्रमा पृथ्वी की परछाई तले आ जाता है। इस घटना को चंद्रग्रहण कहते हैं। इस साल 5 जून को चंद्र ग्रहण पड़ने वाला है। आपको बता दें कि ये इस साल का दूसरा चंद्र ग्रहण है। इस साल का पहला चंद्र ग्रहण 10 जनवरी को लगा था। चंद्र ग्रहण तभी होता है जब पृथ्वी, सूरज और चंद्रमा तीनों एक सीध में आ जाते हैं। इसमें चंद्रमा और सूरज के बच में पृथ्वी आ जाती है।
5 जून को लगने जा रहे चंद्र ग्रहण को यूरोप से भी देखा जा सकता है। 5 जून को लगने जा रहे चंद्र ग्रहण को यूरोप, अफ्रीका, एशिया और ऑस्ट्रेलिया से भी देखा जा सकता है। बताया जा रहा है कि यह आम तौर पर दिखने वाले पूर्ण चंद्र ग्रहण से काफी अलग होगा।
सूतक उस समय को कहा जाता है जब किसी शुभ कार्य को करने की मनाही होती है। लोगों को इस दौरान देवी देवताओं की प्रतिमा को छूने की मनाही होती है। यहां तक कि मंदिर के दरवाजे भी बंद कर दिए जाते हैं। सूतक का समय चंद्र ग्रहण और सूर्य ग्रहण दोनों के समय होता है। यह चंद्र ग्रहण लगने के 9 घंटे पहले से शुरू हो जाता है। 5 जून को लगने वाले चंद्र ग्रहण की पूर टाइमिंग है 3 घंटे 18 मिनट। इसका मतलब है 3 घंटे 18 मिनट तक चंद्र ग्रहण का प्रभाव रहने वाला है। 11:15 बजे रात में शुरू होगा चंद्र ग्रहण और 12 बजकर 54 मिनट पर चंद्र ग्रहण दिखाई दे सकता है। इसके अलावा यह 6 जून पूर्वान्ह 2 बजकर 34 मिनट तक रह सकता है।
उपाचय ग्रहण के दौरान इस बार सूतक समय वैध नहीं माना जाएगा। उपाचय ग्रहण के दौरान सूरज, पृथ्वी और चंद्रमा एक सीध में पूरी तरह से नहीं होंगे। इसलिए इस बार ना ही मंदिर के कपाट बंद होंगे और ना ही कोई भी धार्मिक काम रुकेगा।
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